Us sailaab se beh jayengeये सावन जब भी बरसेगा
भींग जाओगी तुम देखलेना
क्योंकि ये एक दो बूंदें नहीं
पूरा सैलाब लेके आएगा।
Na ronko ham Keh jayenge
Jab barsoge badal ban k
Ham aap hi ki ho ke reh jayenge ( ops jyada to nai huwa)
Us sailaab se beh jayengeये सावन जब भी बरसेगा
भींग जाओगी तुम देखलेना
क्योंकि ये एक दो बूंदें नहीं
पूरा सैलाब लेके आएगा।
बस हाथ थामे रहनाUs sailaab se beh jayenge
Na ronko ham Keh jayenge
Jab barsoge badal ban k
Ham aap hi ki ho ke reh jayenge ( ops jyada to nai huwa)
Har raag me Anurag heतुम कैसी हो, ये जानना है मुझे,
तुम्हारी आँखों की गहराई में छुपे सपनों को पढ़ना है मुझे।
तुम्हारी हंसी की खनक में,
कितनी खुशियाँ छुपी हैं, ये देखना है मुझे।
तुम्हारी बातों के राग में,
कितनी संवेदनाएँ बसी हैं, ये सुनना है मुझे।
Is dill ki Khabar sun k BHI bekhabar he woबस हाथ थामे रहना
सैलाब भी थम जाएगा
ना रोको खुद को आज
कह दो, देखा जायेगा।
खबर तो उसे भी होगीIs dill ki Khabar sun k BHI bekhabar he wo
Meri aakhri padhaw ka sabar he wo
.........
Ye Kaisi he majburiyaखबर तो उसे भी होगी
मचलता तो वो भी होगा
क्या पता तुम्हारे आखिरी
पड़ाव के खड़ा हो इंतजार में।
"तोड़ दे तू सारी बंदिशें"Ye Kaisi he majburiya
Ab na saha jaati ye duriya
Ek Baar Aake gale Laga ke
Toddo sari bandesiya
( ye is haal ki premi k liye he )
Thoda khud se to Thoda"तोड़ दे तू सारी बंदिशें"
दिल मुझसे भी यही हरबार कहता है
गले मिलने को भी बेकरार करता है
दूरियां तो दिल ने कम कर दी है
मजबूरी फिलहाल सामाजिक बंधन की है।
आ जाओ आगोश में कीThoda khud se to Thoda
ham pe BHI rhen karle
Ek Baar Gale Laga k hame
apni aaghos me bharle
Girne na du ab un aasnuo ko nigaho seआ जाओ आगोश में की
हम भी भूल जाएं सबकुछ
जो गले लगे तो संभाल लेना
मुद्दत हुई आंसुओं को रोके हुए।
सैलाब कहां रुका है रोके जो तब रुकेगाGirne na du ab un aasnuo ko nigaho se
Usse pehle bharlungi aap ko in baho se
Hars ho gaya aap k liye tadapte huye ab to
Bas is dill ko sukoon milega aap ki panaaose ( pata nai Kya likhi )
Aarmano ko aaj behene doसैलाब कहां रुका है रोके जो तब रुकेगा
अपनों के बाहों में रो के कुछ राहत मिलेगा
सारे दर्द खत्म हो जाएंगे उसी बहाने से
आगोश में ले के, आपके अपनाने से।
सब कुछ कहके फिरAarmano ko aaj behene do
Jo dill me he Jo wo kehne do
Ab na saha paongi ye fasle
Aap ki baho me hame rehne do
Ab kuchu na bolu jyada ho Jayega
Bahut khub par Mr kuchu na bolu abसब कुछ कहके फिर
ये चुप होने की अदा
हमें भी अंदाजा है
तुम्हारी चाहत की सदा।
तुम जो रूठने के बाद जो
इतना प्यार जताती हो
सबके सामने नहीं तो चुपके से
मेरे कानों में क्यों नहीं कह जाती हो।
जो हाल तेरा वही मेरा भी हाल है
तेरे बिन रहना मेरा भी तो मोहाल है
काश कोई भी एक ऐसी वजह बन जाए
अपना मिलन हो और तू मेरे गले लग जाए।
Ye to galat hai na...Bahut khub par Mr kuchu na bolu ab
Ye to galat hai na...
Achcha thik hai phir chupke se kaan me kah do
Hum sunne ko taiyar hain
Bolo bolo
Are lab to kholo
Aise to kitna krti ho
Hum jo puche to chup ho jati ho...
Bahut khoobआज बातों ही बातों में बरबस उसने पूछा बताओ मैं कैसी हूं.....
कहने को तो तुम्हारी सुंदरता
का कर दूं ढेर सारा बखान,
लेकिन उसमें होगा भी तो सिर्फ
तुम्हारी बाह्य सुंदरता का अभिमान।
तुमको तुम्हारी बाह्य सुंदरता से परे
तुम्हारे अंतःकरण को जाना है,
कितनी ख़ूबसूरत हो तुम
तुमसे मिलने के बाद ही तुमको माना है।
अपने सारे गमों को किनारे कर
मुझे तुमने मेरे अवसाद से निकाला है,
जो कभी टूट के बिखर गया था
तुमने उसको बाखूबी संभाला है।
एक बार फिर से खुशियों से मेरा
तुमने बावस्ता कराया है,
तुम्हारा मन कितना निश्चल और पवित्र है
ऐसी खूबसूरती से मेरा परिचय कराया है।
वैसे तो तुम अपने मासूम अपितु कठोर
सवालों से मुझे हमेशा घेर लेती हो,
किंतु तुम्हारे बेधड़क अंदाज से
मेरा मन मोह लेती हो।
सबकी कितनी चिंता है तुमको
खुद की थोड़ी सी भी परवाह नहीं,
सब खुश रहें बस यही तुम्हारी चाहत
तुम्हारे पुरे व्यक्तित्व की खूबसूरती है।
इन सबसे परे तुम्हारा मजाकिया अंदाज
तुमको सबसे जुदा बनाता है, और
तुम्हारी सबसे जुड़े रहने की चाहत
तुमको सबसे खूबसूरत बनाता है।
और तुमने ये भी पूछा की बताओ तुम कैसे हो तो सुनो.....
हम बहुत खुश खुश से रहने लगे हैं आजकल
अब तनिक भी नहीं सताता हमें बीता हुआ कल,
तुम जो मेरे रूखे जीवन में बहार बनके आई हो
इस दिल ने भी मजबूर किया, दूर करने तन्हाई को।
कैसे कहूं की जिसको ये जीवन भारी सा था लगता
तेरे एकमात्र आ जाने से जैसे मेरा पैर जमीं पे नहीं टिकता।
ज्यादा भावुक ना हो जाऊं इसलिए
अल्पविराम ले लेता हूं,
आज की रात पूरी तरह सिर्फ
तेरे ही नाम कर देता हूं।
श्वेतराग
Nice oneमैने महसूस किया है तुम्हें
अपनी जेहन में,
जो सिर्फ तुम्हें ही सोचता है।
मैने महसूस किया है तुम्हें
अपनी आंखो में,
जो सिर्फ तुम्हारे सपने देखती है।
मैंने महसूस किया है तुम्हें
अपनी धड़कन में,
जो तुम्हारे नाम से धड़कती है।
मैंने महसूस किया है तुम्हें
अपनी खामोशी में,
जो सिर्फ तुम्हारे लिये ही बोलती हैं।
मैने महसूस किया है तुम्हें
अपनी बांहों में,
सिर्फ तुमसे ही लिपटती है।
मैने महसूस किया है तुम्हें
अपनी सांसों में,
जो सिर्फ तुम्हारी खुशबू से महकती है।
मैने महसूस किया है तुम्हें
अपने लबों पर,
जो तुम्हारे नाम से मुस्कुराते है।
मैने महसूस किया है तुम्हें
अपनी बातों में,
जो मै सिर्फ तुमसे ही करता हूं।
मैने महसूस किया तुम्हें
अपने आइने में,
जिसमे सिर्फ तुम्हें देखता हूं।
उसे महसूस किया है तुम्हें
अपने साए में
जो हर पल मेरे साथ रहता है।
क्या यही प्यार है???
पागलपन भी तो हो सकता है... है ना??
या फिर कोई सपना...
कुछ भी हो सकता है...
फिर तुमसे बिना मिले ऐसा क्यों महसूस होता है???