हिज्र. - जुदाई
अज़ल - समय की शुरुआत,
Urdu hai....
Muskil hai par gahri bat hai...
Thank you so much!हिज्र. - जुदाई
अज़ल - समय की शुरुआत,
Urdu hai....
Muskil hai par gahri bat hai...
हिज्र. - जुदाई
अज़ल - समय की शुरुआत,
Urdu hai....
Muskil hai par gahri bat hai...
Thank you so much!हिज्र. - जुदाई
अज़ल - समय की शुरुआत,
Urdu hai....
Muskil hai par gahri bat hai...
हक़ ??ये मैंने कब कहा के मेरे हक़ में फैसला करे
अगर वो मुझसे खुश नहीं है तो मुझे जुदा करे
मैं उसके साथ जिस तरह गुज़ारता हूँ ज़िन्दगी
उसे तो चाहिए के मेरा शुक्रिया अदा करे
wcThank you so much!
" शब्दों के घाव "
लोग कहते हैं , वक्त के साथ हर घाव भर जाते हैं !!
लेकीन मैं कहती हूं कि , भले ही घाव भर जाए दाग वही रह जाते हैं !!
बोलने वाले अक्सर बोल के भुल जाते हैं ,
पर सुनने वाले के दिल में ये जिंदगी भर के लिए घर कर जाते हैं !!
शब्दों शब्दों का भाव होता हैं ,
मिठे शब्दों से पत्थर दिल भी पिघल जाते हैं ,
और तिखे शब्दों से सीधे इंसान भी पत्थर दिल हो जाते हैं !!
मधुर वाणी वही होवे हैं ,
क्या गरीब क्या अमीर जिसकी सबके लिए शब्दों की एक ही परिभाषा होवे हैं
NICE ONE" शब्दों के घाव "
लोग कहते हैं , वक्त के साथ हर घाव भर जाते हैं !!
लेकीन मैं कहती हूं कि , भले ही घाव भर जाए दाग वही रह जाते हैं !!
बोलने वाले अक्सर बोल के भुल जाते हैं ,
पर सुनने वाले के दिल में ये जिंदगी भर के लिए घर कर जाते हैं !!
शब्दों शब्दों का भाव होता हैं ,
मिठे शब्दों से पत्थर दिल भी पिघल जाते हैं ,
और तिखे शब्दों से सीधे इंसान भी पत्थर दिल हो जाते हैं !!
मधुर वाणी वही होवे हैं ,
क्या गरीब क्या अमीर जिसकी सबके लिए शब्दों की एक ही परिभाषा होवे हैं .....!!
ThanksNICE ONE
अधिकारहक़ ??