मैं नजर ना आऊं और तुम बेचैन हो जाओ,
रस्म-ए-मोहब्बत में मुझे ऐसा मुकाम चाहिए,
मैंने आंखों में सजाए हैं कई ख्वाब तुम्हारे,
मुझे इन ख्वाबों का एक मुकम्मल जहां चाहिए।
मैं तुम्हारे लिए क्या हूं मुझे पता नही
लेकिन मेरे लिए कमाल हो तुम,
रातों की तन्हाइयों में भी जिसे सोचकर मुस्कुरा दूं
वो खूबसूरत ख्याल हो तुम।
बात बात में, मेरी हर बात में
तेरी बात का आ जाना..!
अच्छा लगता है मुझे तेरा यूं,
मेरे दिलों दिमाग पर छा जाना..!
कभी तुम्हारी याद आती है तो
कभी तुम्हारे ख्वाब आते हैं,
मुझे सताने के तुम्हे तरीके तो,
बेहिसाब आते हैं।
पुकार लीजिए प्यार में हमें
हम दौड़े चले आयेंगे,
तुम्हारा दिल ही तो है मेरा आशियाना
इसे छोड़कर अब और कहां जायेंगे।
जब मैं मांगू कोई महंगा तोहफा,
तुम ढेर सारा वक्त लेकर आना।
कैसी लत लगी है तेरे दीदार की,
बात करो तो दिल नही भरता,
ना करो तो दिल नही लगता।
इंसान चाहे कितना भी आम क्यों न हो,
वो किसी ना किसी के लिए खास होता है।