कुबूल है जिंदगी का हर तोहफा
मैंने ख्वाहिशों का नाम ,बताना छोड़ दिया
जो दिल के करीब है वो मेरे अजीज है
मैंने गैरो पे हक ,जताना छोड़ दिया
जो गुजरती है दिल पे हकिकत है मेरी
मैंने दिखावे के लिए ,मुस्कुराना छोड़ दिया
जो महसूस ही नही करते जरूरत मेरी
मैंने उनका साथ,निभाना छोड़ दिया
जो मेरे अपने है मिलेंगे जरूर मुझे
मैंने बे वजह बंदिशे,लगाना छोड़ दिया
मैंने ख्वाहिशों का नाम ,बताना छोड़ दिया
जो दिल के करीब है वो मेरे अजीज है
मैंने गैरो पे हक ,जताना छोड़ दिया
जो गुजरती है दिल पे हकिकत है मेरी
मैंने दिखावे के लिए ,मुस्कुराना छोड़ दिया
जो महसूस ही नही करते जरूरत मेरी
मैंने उनका साथ,निभाना छोड़ दिया
जो मेरे अपने है मिलेंगे जरूर मुझे
मैंने बे वजह बंदिशे,लगाना छोड़ दिया