Nice lines
Sahi pahechana, ise hi Ishq khete hai.Lekin ye umar abhi career bnane ki hai, ishq ke lafde me padne ki ni. Kam pe jor de.
Waah kya baat haiDard bhari dastan View attachment 127019
kaun Budha? kis ki bat kar rhe ho?I am 18 year old with 37 years experience.Bachpan me study karo, javani me career banao, or fir budape me kahenge ab ye shobha nahi deta aap ko .
Fir lafde kab karenge? View attachment 127252View attachment 127256
RomeosDom55
मैं सत्य कहता हूँ सखे ! सुकुमार मत जानो मुझे यमराज से भी युद्ध में प्रस्तुत सदा मानो मुझे है और की तो बात ही क्या गर्व मैं करता नहीं मामा तथा निज तात से भी समर में डरता नहीं l
मित्र सभी प्रकार के ज्ञान से भली भाँति अवगत हूँ मैं
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Wah re mere buddhdhiman . Tu har to manne wala hai nhi. जब अभिमन्यु माॕ के पेट में था| तब अर्जुन ने सुभद्रा को चक्रव्यूह को कैसे भेदते हैं और चक्रव्यूह से कैसे बाहर निकलते है यह बात बताया| चक्रव्यूह को भेदने तक तो सब ठीक था जैसे ही अर्जुन ने चक्रव्यूह के बाहर आने के बारे में बताना शुरू किया सुभद्रा को नींद आ गई और गर्भ में स्थित अभिमन्यु आगे की बात नही सुन सका| यही कारण था अभिमन्यु चक्रव्यूह से बाहर निकलने का रास्ता नही मालूम था|मित्र पराजय का कारण ज्ञान नही था
मरते मरते रहा ये गौरव।।
चक्रव्यू का बिछा ये जाल,
शायद बन जाए मेरा काल;
फिर भी तनिक न बदलेगा पथ,
क्यों न हो रण में तुम्हारे लाख रथ।
बिजली की कड़क टंकार,
तलवारों की तड़क झंकार;
रोम-रोम, नस-नस में मेरे,
करती ऊर्जा का संचार;
कहती अभिमन्यु बढ़ा ये कद,
कर दे पापी कौरवों का वध।
भर के इतना जज्बा मन में,
कूद पड़ा वो शेर रण में;
फिर छिड़ा महासंग्राम,
शुरू हुआ घोर-घमासान;
कूटनीति से अनभिज्ञ वो वीर,
चला रहा था तीर पे तीर;
करके नियम तार-तार,
कर्ण, दुर्योधन ने किया प्रहार;
गिरा भूमि पे वीर वो रथ से,
फिर भी अविचलित अपने पथ से;
रथ का पहिया उठा,
युद्धभूमि में रहा डटा;
टूट पड़े कौरव सब साथ,
कड़क प्रहार से हुआ आघात।
छल और कपट से उसे पराजित किया गया था
यही तो अधूरा ग्यान है श्री मान
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अभिमन्यु के चक्रव्यूह में जाने के बाद उन्हें चारों ओर से घेर लिया गया। घेरकर उनकी जयद्रथ सहित 7 योद्धाओं द्वारा निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई, जो कि युद्ध के नियमों के विरुद्ध था। कहते हैं कि श्रीकृष्ण यही चाहते थे। जब नियम एक बार एक पक्ष तोड़ देता है, तो दूसरे पक्ष को भी इसे तोड़ने का मौका मिलता है।Wah re mere buddhdhiman . Tu har to manne wala hai nhi. जब अभिमन्यु माॕ के पेट में था| तब अर्जुन ने सुभद्रा को चक्रव्यूह को कैसे भेदते हैं और चक्रव्यूह से कैसे बाहर निकलते है यह बात बताया| चक्रव्यूह को भेदने तक तो सब ठीक था जैसे ही अर्जुन ने चक्रव्यूह के बाहर आने के बारे में बताना शुरू किया सुभद्रा को नींद आ गई और गर्भ में स्थित अभिमन्यु आगे की बात नही सुन सका| यही कारण था अभिमन्यु चक्रव्यूह से बाहर निकलने का रास्ता