यह एक बहुत ही भावपूर्ण और विचारोत्तेजक कविता है!
इस कविता में आज के समय में बेटों और बेटियों के प्रति माता-पिता के प्रति उनके व्यवहार को लेकर चिंता व्यक्त की गई है। कविता में कहा गया है कि कुछ बेटे और बेटियाँ अपने माता-पिता को वृद्धावस्था में पूछते नहीं हैं, और उन्हें उनके प्यार और त्याग को भूल जाते हैं।
कविता में यह भी कहा गया है कि माता-पिता ने अपने बच्चों को जन्म दिया था, और उन्होंने अपने बच्चों के लिए बहुत कुछ किया था। कविता में यह पूछा गया है कि क्या बेटे और बेटियाँ अपने माता-पिता के प्यार और त्याग को भूल गए हैं?
यह कविता हमें अपने माता-पिता के प्रति अपने कर्तव्यों को याद दिलाती है, और हमें उनके प्यार और त्याग को कभी नहीं भूलने के लिए प्रेरित करती है।
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