Thanks broSahi gal
"I have looked here and there a hundred times before,Subtitles please
इतना भी आसान नहीं
कभी हंसी के फूल खिले,
इतना भी आसान नहीं
रिश्तों को निभाना,
जहां दिलों का समंदर हो
वहां तूफान भी आना।
Awesome bro. Thanks.कभी हंसी के फूल खिले,
तो कभी आंसुओं के मोती,
हर कदम पर समझ का दीपक
जलाना भी है ज़रूरी।
Kaushish jati haiAwesome bro. Thanks.
कभी गिरना, कभी संभलना,Awesome bro. Thanks.
wah wah ... chupe rustamकभी गिरना, कभी संभलना,
यही तो है प्रेम का असली कसौटी।
साथ चलने का वादा निभाना,
हर मुश्किल में हाथ थामे रहना।
इतना भी आसान नहीं
पर जो निभा ले,
वो रिश्तों के बगीचे में
खुशबू बिखरा दे।
बात वही पूरानी याद आ जाती हैँ
Tq browah wah ... chupe rustam