Ekdum sahi baat hai.. kash sab ye samajhte to aaj insaan ka value uske ghar gaadi kapde bank balance k jagah dil se nature se behaviour se hoti..
Yes u are right
bht khoobउसने हमें बनाया
हमने जात को!
इसी उंच नीच की दीवार ने तो
दिखा ही दिया हमारी औकात को!
समझ नहीं पाएंगे कुछ अमीर
मेरी इस बात को!
जो कहते हैं फूटा है उसका नसीब
जो पैदा होता है गरीब!
मगर ये ना भूलें वे अमीर
के दिल से अमीर होता है गरीब!
ख़ुद को बेच देता है गरीब
मगर अपनी ईमान नहीं!
वहीं सबको लूट लेता है अमीर
मगर देता कभी दान नहीं !
मेरी ये बात लग सकती है थोड़ी सी अजीब
के दिल से अमीर होता है गरीब!
अगर पैसों को छोड़ दें
ऊंच नीच की दीवार को तोड़ दें!
ना देखें धर्म और ना देखें जाति
तो ये कहना सही ही होगा करीब करीब
के दिल से अमीर होता है गरीब!
sahi bat hai !
Durust farmaya
shukriyaDurust farmaya