Fir itne pyar bhare nagame to aise hi nahi aa rahe hai na buddyआँखें किसी से न उलझ जाए मैं डरता हूँ
यारों हसीनों की गली से मैं गुज़रता हूँ
बस दूर ही से कर के सलाम
View attachment 126758ये जो मुहब्बत है, ये उनका है काम
महबूब का जो, बस लेते हुए नाम
मर जाएं, मिट जाएं, हो जाएं बदनाम
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