Wow greatकभी जो पूछते हमदर्द बनकर दर्द हमारा, तो बयां करते...
अजि, यूं दूर से पूछेंगे
तो सब खैरियत ही.. है बताएंगे.
यूं तो कुछ है नहीं आज 'मेरे शब्दों के गुलदस्ते' में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ ही पढ़ लिया करो
ThankuWow great
nycकभी जो पूछते हमदर्द बनकर दर्द हमारा, तो बयां करते...
अजि, यूं दूर से पूछेंगे
तो सब खैरियत ही.. है बताएंगे.
यूं तो कुछ है नहीं आज 'मेरे शब्दों के गुलदस्ते' में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ ही पढ़ लिया करो
Wahhh niceकभी जो पूछते हमदर्द बनकर दर्द हमारा, तो बयां करते...
अजि, यूं दूर से पूछेंगे
तो सब खैरियत ही.. है बताएंगे.
यूं तो कुछ है नहीं आज 'मेरे शब्दों के गुलदस्ते' में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ ही पढ़ लिया करो
Welcome jiThanku
Wah wahकभी जो पूछते हमदर्द बनकर दर्द हमारा, तो बयां करते...
अजि, यूं दूर से पूछेंगे
तो सब खैरियत ही.. है बताएंगे.
यूं तो कुछ है नहीं आज 'मेरे शब्दों के गुलदस्ते' में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ ही पढ़ लिया करो
Tum baat krte ho chehre pdhne ki ...hm to reply se hi pehchaan jaate h ...कभी जो पूछते हमदर्द बनकर दर्द हमारा, तो बयां करते...
अजि, यूं दूर से पूछेंगे
तो सब खैरियत ही.. है बताएंगे.
यूं तो कुछ है नहीं आज 'मेरे शब्दों के गुलदस्ते' में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ ही पढ़ लिया करो
उम्मीद ना कर इस दुनिया में हमदर्दी की..कभी जो पूछते हमदर्द बनकर दर्द हमारा, तो बयां करते...
अजि, यूं दूर से पूछेंगे
तो सब खैरियत ही.. है बताएंगे.
यूं तो कुछ है नहीं आज 'मेरे शब्दों के गुलदस्ते' में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ ही पढ़ लिया करो
Greatकभी जो पूछते हमदर्द बनकर दर्द हमारा, तो बयां करते...
अजि, यूं दूर से पूछेंगे
तो सब खैरियत ही.. है बताएंगे.
यूं तो कुछ है नहीं आज 'मेरे शब्दों के गुलदस्ते' में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ ही पढ़ लिया करो