To chlo...
लौटा रहा हूं आज खत तुम्हारे
कभी तुम क्या थी, खुद देख लेना,
खोया तो मैंने तुम्हें कभी नहीं
तुमको गर लगे, तो हमें भी पा लेना।
तेरे खत मैं इश्क की गवाही आज भी है
हर्फ ढूंढलय हो गए लेकिन स्याही अभी बाकी है।।
To chlo...
लौटा रहा हूं आज खत तुम्हारे
कभी तुम क्या थी, खुद देख लेना,
खोया तो मैंने तुम्हें कभी नहीं
तुमको गर लगे, तो हमें भी पा लेना।
Bahut khubतेरे खत मैं इश्क की गवाही आज भी है
हर्फ ढूंढलय हो गए लेकिन स्याही अभी बाकी है।।
महफूज़ हो आप मेरी धड़कन में...तेरे खत मैं इश्क की गवाही आज भी है
हर्फ ढूंढलय हो गए लेकिन स्याही अभी बाकी है।।
महफूज़ हो आप मेरी धड़कन में...
यूँ ही नहीं हम रोज़ आपको ल़फ्ज़ों में उतारा करते हैं।।
कहा से लाऊं वो लफ्ज़ जो सिर्फ तुझे सुनाई दे,लफ्ज़ बिखर जायेंगे होठों से तब्बुसम की तरह
अहसास की बातें है ये दिल थाम के सुनिए।।
कहा से लाऊं वो लफ्ज़ जो सिर्फ तुझे सुनाई दे,
दुनिया देखे चांद को और मुझे सिर्फ तू दिखाई दे..!!