कभी तुम भी साथ निभा देना
मेरे इस प्यार को पूरी शिद्दत से वफा देना
कोई विश्वास ना भी करे पर तुम भरोसा जता देना
हो सके तो
कभी तुम भी साथ निभा देना
नाराज कभी मैं हो जाऊँ
या मैं कभी तुमसे रूठ जाऊँ
तो कभी तुम भी मना लेना
मेरी इस नादानी को कभी हँसकर भी भुला देना
हो सके तो
कभी तुम भी साथ निभा देना
धैर्य मेरा जब खोने लगे
हौसला मेरा जब टूटने लगे
तब तुम भी हाथ बड़ा देना
अपने होने का एहसास फिर एक बार करा देना
हो सके तो
कभी तुम भी साथ निभा देना।
मेरे इस प्यार को पूरी शिद्दत से वफा देना
कोई विश्वास ना भी करे पर तुम भरोसा जता देना
हो सके तो
कभी तुम भी साथ निभा देना
नाराज कभी मैं हो जाऊँ
या मैं कभी तुमसे रूठ जाऊँ
तो कभी तुम भी मना लेना
मेरी इस नादानी को कभी हँसकर भी भुला देना
हो सके तो
कभी तुम भी साथ निभा देना
धैर्य मेरा जब खोने लगे
हौसला मेरा जब टूटने लगे
तब तुम भी हाथ बड़ा देना
अपने होने का एहसास फिर एक बार करा देना
हो सके तो
कभी तुम भी साथ निभा देना।