Lajabab hai bro.. dhonobadWaqt ke paas lateefe bhi hain marham bhi hai. Kya karoon main ke mere paas tera gham hi hai.
Lajabab hai bro.. dhonobadWaqt ke paas lateefe bhi hain marham bhi hai. Kya karoon main ke mere paas tera gham hi hai.
बीत चुके हैं अब सारे गमफिर क्यू नहीं जैसे थे वैसे हम
क्यों होती है बातोबातो मे आँखे नम
मंजिल की तो चाहत नई ख्वाइसे हम सफर की ही तहज
पर फिर भी क्यों रुक जाती है चलते चलते ये कदम
प्यार की समुन्दर मे उमंगो की लहरे हैबीत चुके हैं अब सारे गम
अब तो निखर के उभरे हैं हम
आंखें तो तुम्हारे लिए ही थी नम
अब आने नहीं देंगे कोई भी गम
हमसफर हूं तेरा अब मंजिल नहीं चाहिए
तेरे साथ मिलके बढ़ाऊंगा अपने कदम।
धन्यवाद भाईBahut khub Surat hai bro
प्यार के समुद्र में उमंगों की लहरों कोप्यार की समुन्दर मे उमंगो की लहरे है
कैसे बढ़ेगी ये कदम हर
कदम कदम पे ज़माने की पहरे हैँ
OhhhhView attachment 250928
कुछ वही रहा, कुछ बदल गया
दिन वही रहा,दिनांक बदल गया
घर वही रहा, लोग बदल गए
रिश्ते वही रहे ,मायने बदल गए!
आ गए हम कहां कि, सब कुछ बदल गया
मुड़ना जो चाहा तो, मोड़ बदल गए थे
मिलना जो चाहा उनसे तो, वो लोग जा चुके थे
जो रह गए थे शेष, वो ख़ुद को बदल लिए थे!
शरारत जो करना चाहा तो, वो उम्र जा चुकी थी
उम्र के इस पड़ाव पर, वो बात का चुकी थी
आहत जो हुआ दिल तो, ढूंढ़ने लगा किसी को
मिलता भी कोई कैसे, की रोशनी का चुकी थी!
मंजिल वही रहा ,पर रास्ते बदल गए
नजर वही रही, पर नजारे बदल गए
वक़्त वही रहा ,वक़्त के इशारे बदल गए
लगता है जैसे ,सब कुछ बदल गया है
हम भी बदल गए है ,तुम भी बदल गए हो!!
Thanks dearOhhhh
धन्यवाद भाई
Woh kaya baat haiप्यार की समुन्दर मे उमंगो की लहरे है
कैसे बढ़ेगी ये कदम हर
कदम कदम पे ज़माने की पहरे हैँ
Jio fiber ki taraप्यार के समुद्र में उमंगों की लहरों को
खुल के उफान भरने दो
प्यार की एक कश्ती तैयार की है हमने
सब लहरों को गले लगा मुस्कुराएगी।
पहरे तो प्यार पे लगते ही आए हैं
आशिक कब डरे हैं जो आज डर जायेंगे
पहरे सारे तोड़ देंगे, प्यार की मशाल जलाएंगे
जिन्हें प्यार नहीं आता उन्हें भी प्यार सिखाएंगे।
Thank you broLajabab hai bro.. dhonobad
Welcome broThank you bro
Wow Very NiceView attachment 250928
कुछ वही रहा, कुछ बदल गया
दिन वही रहा,दिनांक बदल गया
घर वही रहा, लोग बदल गए
रिश्ते वही रहे ,मायने बदल गए!
आ गए हम कहां कि, सब कुछ बदल गया
मुड़ना जो चाहा तो, मोड़ बदल गए थे
मिलना जो चाहा उनसे तो, वो लोग जा चुके थे
जो रह गए थे शेष, वो ख़ुद को बदल लिए थे!
शरारत जो करना चाहा तो, वो उम्र जा चुकी थी
उम्र के इस पड़ाव पर, वो बात का चुकी थी
आहत जो हुआ दिल तो, ढूंढ़ने लगा किसी को
मिलता भी कोई कैसे, की रोशनी का चुकी थी!
मंजिल वही रहा ,पर रास्ते बदल गए
नजर वही रही, पर नजारे बदल गए
वक़्त वही रहा ,वक़्त के इशारे बदल गए
लगता है जैसे ,सब कुछ बदल गया है
हम भी बदल गए है ,तुम भी बदल गए हो!!
Thanks broWow Very Nice
View attachment 250928
कुछ वही रहा, कुछ बदल गया
दिन वही रहा,दिनांक बदल गया
घर वही रहा, लोग बदल गए
रिश्ते वही रहे ,मायने बदल गए!
आ गए हम कहां कि, सब कुछ बदल गया
मुड़ना जो चाहा तो, मोड़ बदल गए थे
मिलना जो चाहा उनसे तो, वो लोग जा चुके थे
जो रह गए थे शेष, वो ख़ुद को बदल लिए थे!
शरारत जो करना चाहा तो, वो उम्र जा चुकी थी
उम्र के इस पड़ाव पर, वो बात का चुकी थी
आहत जो हुआ दिल तो, ढूंढ़ने लगा किसी को
मिलता भी कोई कैसे, की रोशनी का चुकी थी!
मंजिल वही रहा ,पर रास्ते बदल गए
नजर वही रही, पर नजारे बदल गए
वक़्त वही रहा ,वक़्त के इशारे बदल गए
लगता है जैसे ,सब कुछ बदल गया है
हम भी बदल गए है ,तुम भी बदल गए हो!!