यह धीरे -धीरे ढलता है ,अगर आप समय को बर्बाद करोगे तो,
एक दिन समय आपको बर्बाद कर देगा !
लफ्ज ही होते हैं इंसान का आईना, शक्ल का क्या वो तो उम्र और हालात के साथ अक्सर बदल जाती है !! ढूंढना है तो परवाह करने वाले को ढूंढिए, इस्तेमाल करने वाले तो खुद ही आपको ढूंढ़ लेंगेकभी भी किसी की मजबूरी पर मत हंसो,
क्योंकि कोई भी मजबूरी को खरीद कर नहीं लाता!
अपनी खुशियां अपने तक ही रखो,
आजकल लोगों की नजर बहुत जल्दी लगती है…
अब तो ख़ुशी का ग़म है न ग़म की ख़ुशी मुझेजितना ज्यादा जिसको भाव दोगे,
खुद के भाव उतना गिराते जाओगे…
Sahi kahaअच्छाई और सच्चाई चाहे पूरी दुनिया में ढूंढ लो अगर खुद में नही है तो कहीं नही मिलेगी I