Wow niceकाश बनाने वाले ने हमको आँसू बनाया होता,
और मेहबूब की आँखों में बसाया होता,
जब गिरते उनकी आँखों से उनकी ही गोद में,
तो मरने का मज़ा कुछ अलग ही आया होता।
Wow niceकाश बनाने वाले ने हमको आँसू बनाया होता,
और मेहबूब की आँखों में बसाया होता,
जब गिरते उनकी आँखों से उनकी ही गोद में,
तो मरने का मज़ा कुछ अलग ही आया होता।
syad nhi ab wo humse door jane lge hai .....Suna hai woh hume bhulane Lage hai..!!
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Toh kya hum unhe yaad aane Lage hai..??
Missed you siso love you @QaynaatBoonde barish ki yun zameen pr aane lagi hai..!!
Sondhi si mehek yun mitti ko jagane lagi hai...!!
Hawao mein bhi jaise Masti chhaane lagi lagi hai..!!
Waise hi hume bhi aapki yaad aane lagi hai...!!
MISSED YOU @Aardhya
syad nhi ab wo humse door jane lge hai .....
Love u tooooMissed you siso love you @Qaynaat
Jinhe chaho hm chah kr bhi unhe bhula ni skteवही फिर मुझे याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं
वो हैं पास और याद आने लगे हैं
मोहब्बत के होश अब ठिकाने लगे हैं
सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं
तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं
हटाए थे जो राह से दोस्तों की
वो पत्थर मिरे घर में आने लगे हैं
ये कहना था उन से मोहब्बत है मुझ को
ये कहने में मुझ को ज़माने लगे हैं
हवाएँ चलीं और न मौजें ही उट्ठीं
अब ऐसे भी तूफ़ान आने लगे हैं
क़यामत यक़ीनन क़रीब आ गई है
'ख़ुमार' अब तो मस्जिद में जाने लगे हैं
Mohabbat nahi lekin yaad saath rehti .....वही फिर मुझे याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं
वो हैं पास और याद आने लगे हैं
मोहब्बत के होश अब ठिकाने लगे हैं
सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं
तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं
हटाए थे जो राह से दोस्तों की
वो पत्थर मिरे घर में आने लगे हैं
ये कहना था उन से मोहब्बत है मुझ को
ये कहने में मुझ को ज़माने लगे हैं
हवाएँ चलीं और न मौजें ही उट्ठीं
अब ऐसे भी तूफ़ान आने लगे हैं
क़यामत यक़ीनन क़रीब आ गई है
'ख़ुमार' अब तो मस्जिद में जाने लगे हैं
Itna pyar...?काश बनाने वाले ने हमको आँसू बनाया होता,
और मेहबूब की आँखों में बसाया होता,
जब गिरते उनकी आँखों से उनकी ही गोद में,
तो मरने का मज़ा कुछ अलग ही आया होता।
Hdd se jadaItna pyar...?
Jo bhool gya uske liye kyu rona...Hdd se jada
Niceवही फिर मुझे याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं
वो हैं पास और याद आने लगे हैं
मोहब्बत के होश अब ठिकाने लगे हैं
सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं
तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं
हटाए थे जो राह से दोस्तों की
वो पत्थर मिरे घर में आने लगे हैं
ये कहना था उन से मोहब्बत है मुझ को
ये कहने में मुझ को ज़माने लगे हैं
हवाएँ चलीं और न मौजें ही उट्ठीं
अब ऐसे भी तूफ़ान आने लगे हैं
क़यामत यक़ीनन क़रीब आ गई है
'ख़ुमार' अब तो मस्जिद में जाने लगे हैं
Yeah absolutely right....Mohabbat nahi lekin yaad saath rehti .....
insaan nahi uski parchhai sb btati h...
tum baat krte ho ishq ki ..
aaj kl to dosti bhi daga deti h ....
Bharosa or ummeed har kisi se nahi ki jaatiYeah absolutely right....
Pyar or dosti m jazbaat kbh badal jaye
Kise pata hai ...
Jisse aap apna mano wo kabh paraya ho jaye
Kise pata hai....
Bohot khoob niceApna samja tha is dil ne jisko...,
Wo wafai ka mere karz utarne lage hai.
Haya nahi he galib, shyad unko..,
Gairo ke sath wo mushkurane lage hai...
Koi sath nahi rehta hmesa yuh to...,
Khat bhi tere mere dil ko jalane lage hai...,
Dur kyun ja Raha hai sun to...,
Tere jana bhi mujhe bahane lage hai.