Kya kahaलोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से
wahi jo me sunna chahta thaaKya kaha
wahi jo me sunna chahta thaa
haa kuch bhi yaarSunna he ya padhna
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगेHar chahat puri nai Hoti
Kisi k bin kisi ko jindagi
Adhuri nai Hoti
Yu na koi aise chor k na jaata
Agar koi Majburi na Hoti
Har saam me dilo ka basera heतुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे
दिल किसी से तब ही लगाना जब दिलो को पढ़ना सिख लो,लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से
तुम्हारे बस में अगर हो तो भूल जाओ मुझेतुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे
लोगों के कहने पे क्यों जाते होलोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझ से
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझ से
hehe lol bhaiलोगों के कहने पे क्यों जाते हो
यकीन करो उसपे जो पढ़ पाते हो
आजमाइशों का दौर है प्यारे
अगर खुद पे यकीन नहीं तो क्यों सताते हो।