Khansi aur khasi ye dono ka Matlab Kya he ,तेरी मुस्कान में बसी है कोई ख़ासी रात,
तेरी हर बात में छुपा है कोई अनसुनी बात।
तेरी सूरत की चमक में छुपा है कोई अनकही जवानी,
तेरी आँखों के गहरे में बसा है कोई खासी तराना।
Khansi aur khasi ye dono ka Matlab Kya he ,तेरी मुस्कान में बसी है कोई ख़ासी रात,
तेरी हर बात में छुपा है कोई अनसुनी बात।
तेरी सूरत की चमक में छुपा है कोई अनकही जवानी,
तेरी आँखों के गहरे में बसा है कोई खासी तराना।
Khansi aur khasi= special or uniqueKhansi aur khasi ye dono ka Matlab Kya he ,
मैं तुम्हें भूल जाऊं ये यूँ मुमकिन तो नहीं,तेरी हंसी में है खुशी की चमक,
तेरी आँखों में मोहब्बत की दमक।
तू है मेरे जीवन का हसीन अहसास,
तेरे बिना अधूरा है ये दिल का प्यास।
पास ना होकर ही तुम अपना अहसास दिलाते हो,
अपनी तस्वीर से ही तुम हमें तड़पाते
Muskurana to bas ek bahana heतेरी मुस्कान में बसी है जादू की दुनिया,
तेरी हंसी से चमकती है हर सुबह की किरन।
तेरे होंठों की मिठास में खो जाता हूँ मैं,
तेरी मुस्कान में ही बसी है मेरी सच्ची मोहब्बत।