हम किसी की जरुरत हो सकते है आदत भी हो सकते है,दीदार तेरा किया हमने, आज गैरों की कतार से,
न नज़र-ए-इनायत हुई, न रूह को सुकून मिला
उसे मेरा होने के लिए किसी वज़ह की ज़रूरत नहीं ,हम किसी की जरुरत हो सकते है आदत भी हो सकते है,
लेकिन हकीकत में हम किसी के लिए जरुरत नहीं होते!
उसे मेरा होने के लिए किसी वज़ह की ज़रूरत नहीं ,
चेहरा देखने के लिए मेरा किसी सुबह की ज़रूरत नहीं।
मैं खुद अपने कर्मों का हिसाब लिखता हूंअकेली हूँ पर मुस्कुराती बहुत हूँ,
खुद का साथ बड़ी शिद्दत से दे रही हूँ!
अकेली कहा हो मैं तो हूँ साथ आंखे खोल के देखोअकेली हूँ पर मुस्कुराती बहुत हूँ,
खुद का साथ बड़ी शिद्दत से दे रही हूँ!
किसी अपने को खोने का गम सता रहा है,दिल में जो है, वो सब सच बता देता हूं,
किस्मत खराब इतनी, जिसको चाहता हूं उसी को गंवा देता हूं!
अब और देर न कर हश्र बरपा करने मेंलाज़मी नही कि
आँखो से ही देखूँ
तुझे सोचना
तेरे दीदार से कम तो नही..
मरीज़-ए-मोहब्बत हूं, इक तेरा दीदार काफी हैतेरे दीदार की ख़ातिर आतें हैं, तेरी गलियों में.. वर्ना आवारगी के लिये तो पूरा शहर पड़ा है....
हुई थी ख़्वाब में ख़ुशबू सी महसूसजो शख़्स तेरी तस्वीर देख कर ही महक जाए... सोच तेरे दीदार से उसका क्या हाल होगा..!!
आँखों में इंतज़ार छुपाये बैठे है..Aaj Dil Ne Tere Deedar Ki Khwahish Rakhi Hai, Mile Agar Fursat To Khwabon Mein Aa Jana.
Bahut khubदीदार तेरा किया हमने, आज गैरों की कतार से,
न नज़र-ए-इनायत हुई, न रूह को सुकून मिला
Wah wah Bohot Sundarदीदार तेरा किया हमने, आज गैरों की कतार से,
न नज़र-ए-इनायत हुई, न रूह को सुकून मिला
Ati sundar broदीदार तेरा किया हमने, आज गैरों की कतार से,
न नज़र-ए-इनायत हुई, न रूह को सुकून मिला