• We kindly request chatzozo forum members to follow forum rules to avoid getting a temporary suspension. Do not use non-English languages in the International Sex Chat Discussion section. This section is mainly created for everyone who uses English as their communication language.

खामोश

00Wolfie00

Wellknown Ace
जो तन्हा मै बैठा सबको रोया सा लगता हूं
भीड़ में भी मै खोया खोया सा लगता हूं

जज़्बात बोहोत है बहाने को अंदर मेरे
दर्द के समंदर में मै मुंह धोया सा लगता हूं

खुद को महफूज़ रखना भी ना गवारा हो चला सबको
ज़रा सिमट गया जो खुदमे कुंदन के ज़ोया सा लगता हूं

दर्द-ए-मुबारकबाद देने को तैयार है सब
बबूल के कांटे सी सीरत उससे ही बोया सा लगता हूं

हां सच तो है की खबर सिर्फ ख़ैरियत की है सबको
खामोश सा बैठा तो सबको कम सोया सा लगता हूं

(कुंदन के ज़ोया - Refrence to movie Ranjhana
दर्द-ए-मुबारकबाद - congratulations on the pain
सीरत - nature

ख़ैरियत - Well being)
 
As always, great poetry Wolfie.:Like:
One could feel the pain just reading it.
भीड़ में भी मै खोया खोया सा लगता हूं
I could relate to this.
दर्द-ए-मुबारकबाद देने को तैयार है सब
हां सच तो है की खबर सिर्फ ख़ैरियत की है सबको
खामोश सा बैठा तो सबको कम सोया सा लगता हूं
These lines are more than just lines.
 
जो तन्हा मै बैठा सबको रोया सा लगता हूं
भीड़ में भी मै खोया खोया सा लगता हूं

जज़्बात बोहोत है बहाने को अंदर मेरे
दर्द के समंदर में मै मुंह धोया सा लगता हूं

खुद को महफूज़ रखना भी ना गवारा हो चला सबको
ज़रा सिमट गया जो खुदमे कुंदन के ज़ोया सा लगता हूं

दर्द-ए-मुबारकबाद देने को तैयार है सब
बबूल के कांटे सी सीरत उससे ही बोया सा लगता हूं

हां सच तो है की खबर सिर्फ ख़ैरियत की है सबको
खामोश सा बैठा तो सबको कम सोया सा लगता हूं

(कुंदन के ज़ोया - Refrence to movie Ranjhana
दर्द-ए-मुबारकबाद - congratulations on the pain
सीरत - nature
ख़ैरियत - Well being)

I can proudly say i got all of it this time !!
Except the Ranjhana reference because haven't seen the movie.
Adding this to my favs coz you made it so relatable.
:heart1:
 
जो तन्हा मै बैठा सबको रोया सा लगता हूं
भीड़ में भी मै खोया खोया सा लगता हूं

जज़्बात बोहोत है बहाने को अंदर मेरे
दर्द के समंदर में मै मुंह धोया सा लगता हूं

खुद को महफूज़ रखना भी ना गवारा हो चला सबको
ज़रा सिमट गया जो खुदमे कुंदन के ज़ोया सा लगता हूं

दर्द-ए-मुबारकबाद देने को तैयार है सब
बबूल के कांटे सी सीरत उससे ही बोया सा लगता हूं

हां सच तो है की खबर सिर्फ ख़ैरियत की है सबको
खामोश सा बैठा तो सबको कम सोया सा लगता हूं

(कुंदन के ज़ोया - Refrence to movie Ranjhana
दर्द-ए-मुबारकबाद - congratulations on the pain
सीरत - nature
ख़ैरियत - Well being)
Great Poetry
 
जज़्बात बोहोत है बहाने को अंदर मेरे
दर्द के समंदर में मै मुंह धोया सा लगता हूं

These lines just loved it:hearteyes:
 
Top