हमने कभी एक-दूसरे को देखा नहीं।
ना कोई मुलाक़ात, ना कॉफ़ी डेट, ना हाथों की लकीरें मिलीं…
बस एक स्क्रीन थी, कुछ चैट्स थीं, और बहुत सारे अनकहे एहसास।
वो शब्दों में जीती थी, मैं खामोशियों में।
हर रोज़ की वो छोटी-बड़ी बातें…
अच्छे दिन, थके दिन, टूटे हुए दिन ,
सब एक स्क्रीन के उस पार किसी ने चुपचाप समझे थे।
कभी नहीं सोचा था कि यूँ लिखते-लिखते कोई दिल में उतर जाएगा।
लेकिन एक दिन, उसने लिखा ,
“मैं जानती हूँ, हम कभी नहीं मिले… पर मुझे तुमसे प्यार हो गया है।”
उस दिन समझ आया ,
प्यार को वजूद की ज़रूरत नहीं होती,
बस महसूस होने की होती है।
Poll 1:
क्या आपने कभी बिना मिले किसी से emotional connection महसूस किया है?
1. हां, और वो connection आज भी खास है
2. नहीं, मुझे real-life presence चाहिए
Poll 2:
आपके लिए प्यार क्या है?
1. एहसास जो दूरी नहीं देखता
2. साथ जो सामने हो तभी सच्चा लगे
