जब तुझे रोते देखा, मैं बन गई जल की धारा,
बादल बनकर छांव दी, तुझको मेरा सहारा।
जब तुझे न था कोई आधार, मैं बनी तेरी जड़ें,
साथ तेरे हर कदम, मैं रही तेरी संगीनें।
तू मेरी कविता, और मैं तेरा जीवन था आधार।
PS: This poem has been inspired from a Tamil song that I have heard, not fully but to some extent.......
Ms. Nєptuηє
बादल बनकर छांव दी, तुझको मेरा सहारा।
जब तुझे न था कोई आधार, मैं बनी तेरी जड़ें,
साथ तेरे हर कदम, मैं रही तेरी संगीनें।
तू मेरी कविता, और मैं तेरा जीवन था आधार।
PS: This poem has been inspired from a Tamil song that I have heard, not fully but to some extent.......
Ms. Nєptuηє