सब कुच हो के भि जिन्दगी मे कुच कमि थि
होठाे पे मुस्कान था पर आख मे नमि थि
सच कहरिही हु जब तु रुठ के चला गया मेरे दोस्त
धड्कन रुक गइ थि बस ये सासे हि थमी थि
होठाे पे मुस्कान था पर आख मे नमि थि
सच कहरिही हु जब तु रुठ के चला गया मेरे दोस्त
धड्कन रुक गइ थि बस ये सासे हि थमी थि