तुमने हर मोड़ पर गिर कर उठना सिखाया है अकेले ही सही पर चलना सिखाया है
यहां कोई नहीं है हमें समझने वाला ये बात भी तुमने ही हमे सिखाया है
सब मतलब से ही आते है पास हमारे बिन मतलब तो कोई पूछता ही नहीं हाल हमारे
ये बात भी तुमने ही हमें सिखाया है अब ना शिकायत है किसी से
ना किसी का इंतजार है थोड़ा रुला कर ही सही
जिंदगी जीना सिखाया है अब क्या गिला करना किसी से
यहां गैरो ने अपनो जैसा और अपनो ने गैरो जैसा रिश्ता निभाया है...