तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
याद तो दिलाती है...
याद दिलाती है मुझकोयाद तो दिलाती है...
अद्भुत संकलन...याद दिलाती है मुझको
एक सूखी डाल
मानव देह क्या होगा तेरा हाल
जब पर्त दर पर्त त्वचा छिल जायेगी
खून का एक भी अंश जिस्म में न बचेगा
जब सिर्फ सूखी हड्डियाँ हीं रह जायेंगी
गर्व करता था जिस देह पर मानव कभी
ये दुनिया उसी देह को ठुकरायेगी
जैसे सूखी डाल की रहती है एक आस
बंसत आके फिर से करेगा उसे खुशहाल
फिर से खिलेंगी उस पर पत्तियाँ हजार
पंक्षी लायेंगे खाने को दाना
बनायेंगे उस पर अपना आशियाना
मानव देह भी फिर से नये रूप में आयेगी
फिर से लिखा जायेगा एक फसाना
फिर से एक कहानी लिखी जायेगी
जीवन कठिन है, ये और भी ज्यादा कठिन हो जाता है, अगर हम बार-बार एक जैसी गलतियां करते हैं अगर कोई व्यक्ति बार-बार एक जैसी गलतियां करता है तो उसे कभी भी सफलता नहीं मिल पाती है और जीवन ज्यादा कठिन हो जाता है।अद्भुत संकलन...