Kuch bi chl jhoothaApse Jayda Khoobsurat Nahi he
Kuch bi chl jhoothaApse Jayda Khoobsurat Nahi he
Sach Keh Raha tumko to har baat Juth LagtiKuch bi chl jhootha
Ap or sach door door takh natha nhi hai sach se pgl chokraSach Keh Raha tumko to har baat Juth Lagti
Haa Mera door door tak sach se nahi Aapse Naataa HeAp or sach door door takh natha nhi hai sach se pgl chokra
Aaye haye mushaira ^_^ wah wah , btw itna sab kon bolega ,patola this is enough to explainकोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ?तुम कह देना कोई खास नहीं
एक दोस्त है पक्का कच्चा सा एक झूठ है आधा सच्चा सा
जस्बात से ढका कोई पर्दा है एक बहाना है कोई अच्छा सा
जीवन का ऐसा साथी है जो पास होकर भी पास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना कोई खास नहीं…
एक साथी, जो अनकही सी कुछ बाते यूं कह जाता है
यादोंमे जिसका धुंधला सा बस चेहरा ही रह जाता है
यूं तो उसके ना होनेका मुझको कोई गम नहीं
पर कभी कभी वो आंखों से आसू बनके बह जाता है
रहता तो मेरे जहन मै है नजरों को उसकी तलाश नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना कोई खास नहीं
साथ बनकर जो रहता है दर्द बाँटता जाता है
भूलना अगर चाहूँ फिर भी यादों मै छा जाता है
अकेला महसूस करूं कभी तो सपनोंमें आ जाता है
मै साथ खडा हूँ सदा तुम्हारे कहकर साहस दे जाता है
ऐसे रहता है साथ मेरे उसकी मौजूदगीका आभास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना…..कोई खास नहीं !
________________________Gulzaar sahab
Bsdk kahin to chiChhoora pan chor diya krApse Jayda Khoobsurat Nahi he
Tumhare comment pr koi reaction nahi aayega to kya wo janate me count Kiya jayega?
हवा के एक सुहाना झोंका सा है कभी नाज़ुक तो कभी तूफ़ानों सा शक्ल देख कर जो नज़रें झुका ले कभी अपना तो कभी बेगानों सा ज़िंदगी का एक ऐसा हमसफ़र जो समंदर है, पर दिल को प्यास नही कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं, तुम कह देना कोई ख़ास नहीं...कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ?तुम कह देना कोई खास नहीं
एक दोस्त है पक्का कच्चा सा एक झूठ है आधा सच्चा सा
जस्बात से ढका कोई पर्दा है एक बहाना है कोई अच्छा सा
जीवन का ऐसा साथी है जो पास होकर भी पास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना कोई खास नहीं…
एक साथी, जो अनकही सी कुछ बाते यूं कह जाता है
यादोंमे जिसका धुंधला सा बस चेहरा ही रह जाता है
यूं तो उसके ना होनेका मुझको कोई गम नहीं
पर कभी कभी वो आंखों से आसू बनके बह जाता है
रहता तो मेरे जहन मै है नजरों को उसकी तलाश नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना कोई खास नहीं
साथ बनकर जो रहता है दर्द बाँटता जाता है
भूलना अगर चाहूँ फिर भी यादों मै छा जाता है
अकेला महसूस करूं कभी तो सपनोंमें आ जाता है
मै साथ खडा हूँ सदा तुम्हारे कहकर साहस दे जाता है
ऐसे रहता है साथ मेरे उसकी मौजूदगीका आभास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना…..कोई खास नहीं !
________________________Gulzaar sahab
Yeah know after some comments
and that patola is bestAaye haye mushaira ^_^ wah wah , btw itna sab kon bolega ,patola this is enough to explain
Niceहवा के एक सुहाना झोंका सा है कभी नाज़ुक तो कभी तूफ़ानों सा शक्ल देख कर जो नज़रें झुका ले कभी अपना तो कभी बेगानों सा ज़िंदगी का एक ऐसा हमसफ़र जो समंदर है, पर दिल को प्यास नही कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं, तुम कह देना कोई ख़ास नहीं...
Thnk you and aapki bhi shayeri lajawab hNice
कोई तुमसे भी पूछे कोन है Braj33? तुम भी कह देना... कोई खास नहीकोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं ?तुम कह देना कोई खास नहीं
एक दोस्त है पक्का कच्चा सा एक झूठ है आधा सच्चा सा
जस्बात से ढका कोई पर्दा है एक बहाना है कोई अच्छा सा
जीवन का ऐसा साथी है जो पास होकर भी पास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना कोई खास नहीं…
एक साथी, जो अनकही सी कुछ बाते यूं कह जाता है
यादोंमे जिसका धुंधला सा बस चेहरा ही रह जाता है
यूं तो उसके ना होनेका मुझको कोई गम नहीं
पर कभी कभी वो आंखों से आसू बनके बह जाता है
रहता तो मेरे जहन मै है नजरों को उसकी तलाश नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना कोई खास नहीं
साथ बनकर जो रहता है दर्द बाँटता जाता है
भूलना अगर चाहूँ फिर भी यादों मै छा जाता है
अकेला महसूस करूं कभी तो सपनोंमें आ जाता है
मै साथ खडा हूँ सदा तुम्हारे कहकर साहस दे जाता है
ऐसे रहता है साथ मेरे उसकी मौजूदगीका आभास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं? तुम कह देना…..कोई खास नहीं !
________________________Gulzaar sahab
Niceकोई समझता नहीं मुझे इसका गम नहीं करता,
पर तेरे नजरंदाज करने पर मुस्कुरा देता हूँ,
मेरी हंसी में छुपे दर्द को महसूस कर के देख,
मैं तो हंस के यूँ ही खुद को सजा देता हूँ।
Niceमैं कुछ खास नहीं
पर हूँ, एहसास नहीं |
बेहतरी में बस साथ हूँ
पर पास हूँ, एहसास नहीं |
शामों का तिमिर हूँ
पर बुझा हूँ, अवसाद नहीं |
बहता हुआ एक बेग हूँ
पर शांत हूँ, बेबाक नहीं |
Rightहर सागर के दो किनारे होते है,
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है,
ये ज़रूरी नहीं हर कोई पास हो,
क्योंकी...
जिंदगी में यादों के भी सहारे होते है।
कोई तुमसे भी पूछे कोन है Braj33? तुम भी कह देना... कोई खास नही
Acha patole phr aao kabhi table par , kya pta apko best se kuch behtar mil jayeand that patola is best