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Deleted member 10714
Guest
बार-बार वो हमपे इलज़ाम लगाते है।
कि वो कितना ही सम्भाले अपना दिल
हम हर दफा चुरा ले जाते है।
खुशबू से है वो
जब आसपास भी नहीं होते
फिर भी महसूस होते है।
कोहरा-सा बनकर मेरे दिल पे छा गए हो ,
तुम्हारे सिवाय कुछ दिखता ही नहीं।
कि वो कितना ही सम्भाले अपना दिल
हम हर दफा चुरा ले जाते है।
खुशबू से है वो
जब आसपास भी नहीं होते
फिर भी महसूस होते है।
कोहरा-सा बनकर मेरे दिल पे छा गए हो ,
तुम्हारे सिवाय कुछ दिखता ही नहीं।