• We kindly request chatzozo forum members to follow forum rules to avoid getting a temporary suspension. Do not use non-English languages in the International Sex Chat Discussion section. This section is mainly created for everyone who uses English as their communication language.

Agar bhul jaou teri mohhbat

Somaiya Karn

Quodophile of ZoZo
Staff member
Moderator
Senior's
Posting Freak
मोहब्बत भूल जाऊं गर तो तुम क्या हाल करोगी। भुला दोगी मुझे तुम या थोड़ा बवाल करोगी।

मेरी तपिश में जल कर अज़ाबों को सह कर तुम, अदा से दिल तोड़ने का सबसे अर्ज़-ए-हाल करोगी।

मिलोगी कभी तो शिद्दत-ए- एहसास बचाये रखना । लिपट कर रोएँगे दोनों या तब भी सवाल करोगी।

तह-ए-ख़ाक में तुम दफ़न रखना मिरे सारे राज को, वादा करो कि मेरे बाद भी खुद की देखभाल करोगी।

दर्द बनकर तुम्हारी सिसकियों में रहूँगा मैं ताउम्र, मुझे नहीं पाने का तुम कभी नहीं मलाल करोगी।

फ़ुर्क़त का मत सोच, आ बैठ मिरे पास अभी के लिए, इस ग़ज़ल को पढ़ कर अपना कितना बुरा हाल करोगी।16d2ec98423a82306d7908a6938919bf.jpg
 
मोहब्बत भूल जाऊं गर तो तुम क्या हाल करोगी। भुला दोगी मुझे तुम या थोड़ा बवाल करोगी।

मेरी तपिश में जल कर अज़ाबों को सह कर तुम, अदा से दिल तोड़ने का सबसे अर्ज़-ए-हाल करोगी।

मिलोगी कभी तो शिद्दत-ए- एहसास बचाये रखना । लिपट कर रोएँगे दोनों या तब भी सवाल करोगी।

तह-ए-ख़ाक में तुम दफ़न रखना मिरे सारे राज को, वादा करो कि मेरे बाद भी खुद की देखभाल करोगी।

दर्द बनकर तुम्हारी सिसकियों में रहूँगा मैं ताउम्र, मुझे नहीं पाने का तुम कभी नहीं मलाल करोगी।

फ़ुर्क़त का मत सोच, आ बैठ मिरे पास अभी के लिए, इस ग़ज़ल को पढ़ कर अपना कितना बुरा हाल करोगी।View attachment 131986
ᴍᴇ ɴᴀʜɪ ʙʜᴜʟɴᴇ ᴅᴜɴɢᴀ ᴀᴘɴɪ ᴍᴏʜᴀʙʙᴀᴛ .....
 
मोहब्बत भूल जाऊं गर तो तुम क्या हाल करोगी। भुला दोगी मुझे तुम या थोड़ा बवाल करोगी।

मेरी तपिश में जल कर अज़ाबों को सह कर तुम, अदा से दिल तोड़ने का सबसे अर्ज़-ए-हाल करोगी।

मिलोगी कभी तो शिद्दत-ए- एहसास बचाये रखना । लिपट कर रोएँगे दोनों या तब भी सवाल करोगी।

तह-ए-ख़ाक में तुम दफ़न रखना मिरे सारे राज को, वादा करो कि मेरे बाद भी खुद की देखभाल करोगी।

दर्द बनकर तुम्हारी सिसकियों में रहूँगा मैं ताउम्र, मुझे नहीं पाने का तुम कभी नहीं मलाल करोगी।

फ़ुर्क़त का मत सोच, आ बैठ मिरे पास अभी के लिए, इस ग़ज़ल को पढ़ कर अपना कितना बुरा हाल करोगी।View attachment 131986
Heart touching Ms
 
मोहब्बत भूल जाऊं गर तो तुम क्या हाल करोगी। भुला दोगी मुझे तुम या थोड़ा बवाल करोगी।

मेरी तपिश में जल कर अज़ाबों को सह कर तुम, अदा से दिल तोड़ने का सबसे अर्ज़-ए-हाल करोगी।

मिलोगी कभी तो शिद्दत-ए- एहसास बचाये रखना । लिपट कर रोएँगे दोनों या तब भी सवाल करोगी।

तह-ए-ख़ाक में तुम दफ़न रखना मिरे सारे राज को, वादा करो कि मेरे बाद भी खुद की देखभाल करोगी।

दर्द बनकर तुम्हारी सिसकियों में रहूँगा मैं ताउम्र, मुझे नहीं पाने का तुम कभी नहीं मलाल करोगी।

फ़ुर्क़त का मत सोच, आ बैठ मिरे पास अभी के लिए, इस ग़ज़ल को पढ़ कर अपना कितना बुरा हाल करोगी।View attachment 131986
Bhoht hi behtareen❤️
 
मोहब्बत भूल जाऊं गर तो तुम क्या हाल करोगी। भुला दोगी मुझे तुम या थोड़ा बवाल करोगी।

मेरी तपिश में जल कर अज़ाबों को सह कर तुम, अदा से दिल तोड़ने का सबसे अर्ज़-ए-हाल करोगी।

मिलोगी कभी तो शिद्दत-ए- एहसास बचाये रखना । लिपट कर रोएँगे दोनों या तब भी सवाल करोगी।

तह-ए-ख़ाक में तुम दफ़न रखना मिरे सारे राज को, वादा करो कि मेरे बाद भी खुद की देखभाल करोगी।

दर्द बनकर तुम्हारी सिसकियों में रहूँगा मैं ताउम्र, मुझे नहीं पाने का तुम कभी नहीं मलाल करोगी।

फ़ुर्क़त का मत सोच, आ बैठ मिरे पास अभी के लिए, इस ग़ज़ल को पढ़ कर अपना कितना बुरा हाल करोगी।View attachment 131986
View attachment 218e29c577fe451fbe7b82766d7a6493_49916358_771998044325309_2503673537505651395_n.mp4
 
मोहब्बत भूल जाऊं गर तो तुम क्या हाल करोगी। भुला दोगी मुझे तुम या थोड़ा बवाल करोगी।

मेरी तपिश में जल कर अज़ाबों को सह कर तुम, अदा से दिल तोड़ने का सबसे अर्ज़-ए-हाल करोगी।

मिलोगी कभी तो शिद्दत-ए- एहसास बचाये रखना । लिपट कर रोएँगे दोनों या तब भी सवाल करोगी।

तह-ए-ख़ाक में तुम दफ़न रखना मिरे सारे राज को, वादा करो कि मेरे बाद भी खुद की देखभाल करोगी।

दर्द बनकर तुम्हारी सिसकियों में रहूँगा मैं ताउम्र, मुझे नहीं पाने का तुम कभी नहीं मलाल करोगी।

फ़ुर्क़त का मत सोच, आ बैठ मिरे पास अभी के लिए, इस ग़ज़ल को पढ़ कर अपना कितना बुरा हाल करोगी।View attachment 131986
Ladki ne rply me kya kaha?
 
मोहब्बत भूल जाऊं गर तो तुम क्या हाल करोगी। भुला दोगी मुझे तुम या थोड़ा बवाल करोगी।

मेरी तपिश में जल कर अज़ाबों को सह कर तुम, अदा से दिल तोड़ने का सबसे अर्ज़-ए-हाल करोगी।

मिलोगी कभी तो शिद्दत-ए- एहसास बचाये रखना । लिपट कर रोएँगे दोनों या तब भी सवाल करोगी।

तह-ए-ख़ाक में तुम दफ़न रखना मिरे सारे राज को, वादा करो कि मेरे बाद भी खुद की देखभाल करोगी।

दर्द बनकर तुम्हारी सिसकियों में रहूँगा मैं ताउम्र, मुझे नहीं पाने का तुम कभी नहीं मलाल करोगी।

फ़ुर्क़त का मत सोच, आ बैठ मिरे पास अभी के लिए, इस ग़ज़ल को पढ़ कर अपना कितना बुरा हाल करोगी।View attachment 131986
Bohot khubsurat ✨
 
Top