जानती हो -
मैं अक्सर तुमसे कहता हूं
मुझे कुछ फर्क नही पड़ता..
मगर सुनो -
सच कहता हूं
बहुत दर्द होता है ..
बहुत दर्द होता है -
तुम्हारी यादें जब घेर लेती है
अक्सर मजबूत दिखाई पड़ता हूं ,
मगर सुनो -
सच कहता हूं
तुम्हारे दूर जाने से टूट जाता हूं ,
जब छटक देते हो मेरा हाथ,
कहता हूं मैं अब बात भी न करूंगा
मगर सुनो -
सच कहता हूं,
हर पल तुम्हें शब्दों में सींचता हूं
फ़्लैश बैक में तुम्हारी तस्वीरें आते ही
रो पड़ता हूं किसी बच्चे की तरह ..
सच कहता हूं -जता नही पाता,,
अक्सर तुमसे लड़ पड़ता हूं,
हां सच कहता हूं ,,
मुझे कोई फर्क नही पड़ता,
मगर बहुत दर्द होता है,
पत्थर से मेरे दिल में
अक्सर दर्द बहुत होता है....
और क्या लिखूं तेरे बारे में
दर्द बहुत होता है !
मैं अक्सर तुमसे कहता हूं
मुझे कुछ फर्क नही पड़ता..
मगर सुनो -
सच कहता हूं
बहुत दर्द होता है ..
बहुत दर्द होता है -
तुम्हारी यादें जब घेर लेती है
अक्सर मजबूत दिखाई पड़ता हूं ,
मगर सुनो -
सच कहता हूं
तुम्हारे दूर जाने से टूट जाता हूं ,
जब छटक देते हो मेरा हाथ,
कहता हूं मैं अब बात भी न करूंगा
मगर सुनो -
सच कहता हूं,
हर पल तुम्हें शब्दों में सींचता हूं
फ़्लैश बैक में तुम्हारी तस्वीरें आते ही
रो पड़ता हूं किसी बच्चे की तरह ..
सच कहता हूं -जता नही पाता,,
अक्सर तुमसे लड़ पड़ता हूं,
हां सच कहता हूं ,,
मुझे कोई फर्क नही पड़ता,
मगर बहुत दर्द होता है,
पत्थर से मेरे दिल में
अक्सर दर्द बहुत होता है....
और क्या लिखूं तेरे बारे में
दर्द बहुत होता है !