आओ तुम्हें एक कहानी सुनाऊं,
ना कोई राजा होगा ना कोई रानी होगी,
ये सिर्फ तेरी मेरी कहानी होगी।
तो हुआ कुछ यूं की
दो बेपरवाह एक शाम मिले,
अंजान वो दोनों,
अब दोस्ती के बहाने थोड़े करीब हुए।
मैं उसका हो गया
वो मुझे मिल गई,
इज़हार भी हुआ
इकरार भी हुआ
बस लबों की जगह आंखों से किया।
उसको दोस्ती भाई
मुझे दोस्ती के पीछे की मोहब्बत
आखिर इश्क भी हुआ दोनों को
मगर अफसोस मोहब्बत मुकम्मल ना हो पाई।
एक दिन बात करते करते
कुछ बातों पे उलझ गए दोनों,
लड़ते-लड़ते कुछ यूं हुआ की
बिछड़ने लग गए थे एक दूसरे से वो दोनों,
बातों के सिलसिले कम होते गए
दोनों बस एक दूसरे की यादों में अब रहने लग गए।
वो अकेले सी रहने लगी
मैं कुछ तन्हा सा दिन गुजारने लगा,
वो रात को छत पर बैठे के आंसू बहाती
मैं अंदर ही अंदर टूटता गया।
सब कुछ खत्म होने में देर ना लगी
सब कुछ हमारा था जो कभी
अब पराया सा होने लग गया,
दूरियां बढ़ती गई
प्यार अब दोनों का खोने लग गया,
आखिर में मिले दोनों फिर से कहीं
जहां वो फिज़ा और में उसका तारा बन गया।
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ना कोई राजा होगा ना कोई रानी होगी,
ये सिर्फ तेरी मेरी कहानी होगी।
तो हुआ कुछ यूं की
दो बेपरवाह एक शाम मिले,
अंजान वो दोनों,
अब दोस्ती के बहाने थोड़े करीब हुए।
मैं उसका हो गया
वो मुझे मिल गई,
इज़हार भी हुआ
इकरार भी हुआ
बस लबों की जगह आंखों से किया।
उसको दोस्ती भाई
मुझे दोस्ती के पीछे की मोहब्बत
आखिर इश्क भी हुआ दोनों को
मगर अफसोस मोहब्बत मुकम्मल ना हो पाई।
एक दिन बात करते करते
कुछ बातों पे उलझ गए दोनों,
लड़ते-लड़ते कुछ यूं हुआ की
बिछड़ने लग गए थे एक दूसरे से वो दोनों,
बातों के सिलसिले कम होते गए
दोनों बस एक दूसरे की यादों में अब रहने लग गए।
वो अकेले सी रहने लगी
मैं कुछ तन्हा सा दिन गुजारने लगा,
वो रात को छत पर बैठे के आंसू बहाती
मैं अंदर ही अंदर टूटता गया।
सब कुछ खत्म होने में देर ना लगी
सब कुछ हमारा था जो कभी
अब पराया सा होने लग गया,
दूरियां बढ़ती गई
प्यार अब दोनों का खोने लग गया,
आखिर में मिले दोनों फिर से कहीं
जहां वो फिज़ा और में उसका तारा बन गया।
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