सुनो
मन तो बहुत होता है
तुमसे मिलने का
बात करने का
पर मन तो मन है
होता रहता है
इस पर काबू कर लेता हूं
ध्यान में तुमसे मिल लेता हूं
बातें कर लेता हूं
हौले से तुम्हारे सिर को
सहला लेता हूं
पूछता भी हूं कैसी हो तुम
कई बार तो जबाव
ठीक आता है कई बार नहीं
शायद उस स्तर
पर नहीं पहुंची प्रेम साधना
जहां हम तुम्हें बुला सकें
आंख बंद करते ही
आ सकें तुमसे मिलने
बिना कहीं हिले अपने स्थान से
हौले से हवा की तरह
तुम्हारे कानों में कह जायें
हमें सिर्फ तुमसे प्रीत है
तुम्हारे माथे से टपकती
जल की बूंद की तरह
चूम लूं तुम्हारा माथा
तुम्हारी आंखों पर रख
दूं ख्वावों की पोटली
और हो जायें तुमसे एकाकार
सुनो हमें इस प्रेम को
इसी अवस्था तक ले जाना है
जहां मिलन से जरूरी हो
तुम्हारे साथ होने का एहसास.....
सुन रही हो ना!!!
मन तो बहुत होता है
तुमसे मिलने का
बात करने का
पर मन तो मन है
होता रहता है
इस पर काबू कर लेता हूं
ध्यान में तुमसे मिल लेता हूं
बातें कर लेता हूं
हौले से तुम्हारे सिर को
सहला लेता हूं
पूछता भी हूं कैसी हो तुम
कई बार तो जबाव
ठीक आता है कई बार नहीं
शायद उस स्तर
पर नहीं पहुंची प्रेम साधना
जहां हम तुम्हें बुला सकें
आंख बंद करते ही
आ सकें तुमसे मिलने
बिना कहीं हिले अपने स्थान से
हौले से हवा की तरह
तुम्हारे कानों में कह जायें
हमें सिर्फ तुमसे प्रीत है
तुम्हारे माथे से टपकती
जल की बूंद की तरह
चूम लूं तुम्हारा माथा
तुम्हारी आंखों पर रख
दूं ख्वावों की पोटली
और हो जायें तुमसे एकाकार
सुनो हमें इस प्रेम को
इसी अवस्था तक ले जाना है
जहां मिलन से जरूरी हो
तुम्हारे साथ होने का एहसास.....
सुन रही हो ना!!!
Last edited: