सुनो
तुम प्यार अपना निभा पावोंगें क्या ? जब मैं जिंदगी से हारने लगूं तुम मुझे आगे बढ़ने का हौसला दे पावोंगें क्या ?
माना तुम्हारी भी अपनी उलझनें हैं कुछ तुम्हारी भी अपनी जिम्मेदारियां हैं ....
पर क्या जब कभी मैं रो तो मेरा सिर रख रोने के लिए अपना कंधा दे पावोंगें क्या ?
सिर्फ I Love You बोल देने से प्यार नहीं निभता .....
जब सब साथ छोड़ दें तब हाथ मेरा थाम पावोंगें क्या ?
डरती हूं थोड़ी इस दुनियां के रिती-रिवाजों से, यहां जाती, धर्म, उम्र, अमीर गरीब सब देखते हैं लोग...
मैं जैसी हूं वैसी दुनिया के सामने मुझको अपना पावोंगें क्या ?
मुझसे अक्सर केहते हो कि मैं जान हूं तुम्हारी तो क्या यही बात सबके सामने केह पावोंगें क्या ?
बताओं ना जानू! तुम प्यार अपना निभा पावोंगें क्या ?
तुम प्यार अपना निभा पावोंगें क्या ? जब मैं जिंदगी से हारने लगूं तुम मुझे आगे बढ़ने का हौसला दे पावोंगें क्या ?
माना तुम्हारी भी अपनी उलझनें हैं कुछ तुम्हारी भी अपनी जिम्मेदारियां हैं ....
पर क्या जब कभी मैं रो तो मेरा सिर रख रोने के लिए अपना कंधा दे पावोंगें क्या ?
सिर्फ I Love You बोल देने से प्यार नहीं निभता .....
जब सब साथ छोड़ दें तब हाथ मेरा थाम पावोंगें क्या ?
डरती हूं थोड़ी इस दुनियां के रिती-रिवाजों से, यहां जाती, धर्म, उम्र, अमीर गरीब सब देखते हैं लोग...
मैं जैसी हूं वैसी दुनिया के सामने मुझको अपना पावोंगें क्या ?
मुझसे अक्सर केहते हो कि मैं जान हूं तुम्हारी तो क्या यही बात सबके सामने केह पावोंगें क्या ?
बताओं ना जानू! तुम प्यार अपना निभा पावोंगें क्या ?