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सितारे और चांद

Harcore_Ankit

Epic Legend
Chat Pro User
रात की चांदनी में
खोया हुआ चांद
सोचता है बस एक तारे का नाम
जो दूर तो है उससे
पर करीब कुछ ज्यादा है
आसमान के बिछौले रंग में
वो ए खास सा वादा है
चल रहे हैं दोनों अपनी-अपनी दास्तान के पन्नों पर
और दस्ताने पन्नों पर एक ख्वाब आधा है

आधा अधूरापन
आध अंधेरा
आधे उजाले में
एक रात का सवेरा
जगाये है दोनों को
उठाए हैं दोनों
मिलने की चिट्ठी रोज पहुंचाएं है दोनों को
उड़ते उड़ाते करीब लाते
दोनों को उनके अधूरेपन की कमी गिनाते
सताएं हैं दोनों को
बलखाये है दोनों को
की
काली रात में चांदनी
छुपाए हैं दोनों को

कोई जानता नहीं है कोई मानता नहीं है
ये वो किस्सा है जो कोई पहचानता नहीं है

क्या चांद के बिना सितारे, सितारे लगेगें ?
क्या चांदनी के बिना , अंधेरा , अंधेरा लगेगा ?
या
सितारों के बिना चांद , चांदनी , में फिर रोज मिलेगा ?

यह कुछ सवाल है जो रोज जगाया करते हैं " चांद को ",
सितारे की याद में रोज घूमाया करते हैं, " चांद को ".
 
रात की चांदनी में
खोया हुआ चांद
सोचता है बस एक तारे का नाम
जो दूर तो है उससे
पर करीब कुछ ज्यादा है
आसमान के बिछौले रंग में
वो ए खास सा वादा है
चल रहे हैं दोनों अपनी-अपनी दास्तान के पन्नों पर
और दस्ताने पन्नों पर एक ख्वाब आधा है

आधा अधूरापन
आध अंधेरा
आधे उजाले में
एक रात का सवेरा
जगाये है दोनों को
उठाए हैं दोनों
मिलने की चिट्ठी रोज पहुंचाएं है दोनों को
उड़ते उड़ाते करीब लाते
दोनों को उनके अधूरेपन की कमी गिनाते
सताएं हैं दोनों को
बलखाये है दोनों को
की
काली रात में चांदनी
छुपाए हैं दोनों को

कोई जानता नहीं है कोई मानता नहीं है
ये वो किस्सा है जो कोई पहचानता नहीं है

क्या चांद के बिना सितारे, सितारे लगेगें ?
क्या चांदनी के बिना , अंधेरा , अंधेरा लगेगा ?
या
सितारों के बिना चांद , चांदनी , में फिर रोज मिलेगा ?

यह कुछ सवाल है जो रोज जगाया करते हैं " चांद को ",
सितारे की याद में रोज घूमाया करते हैं, " चांद को ".
बहुत ही सुंदर:blessing::whistle:

चांद और उसकी चांदनी
ये सितारे
ये मद्धम सी रोशनी
कभी घुप्प अंधेरा
क्यों हो जाता है सवेरा
 
कितना हसीन चाँद सा चेहरा है, उस पर शबाब का रंग गहरा है, खुदा को यकीन न था वफापर, तभी चाँद पर तारों का पहरा है।
 
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी
मुझ को रातों की सियाही के सिवा कुछ न मिला

मैं वो नग़मा हूं जिसे प्यार की महफ़िल न मिली
वो मुसाफ़िर हूं जिसे कोई भी मंज़िल न मिली

ज़ख़्म पाए हैं बहारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी

किसी गेसू किसी आंचल का सहारा भी नहीं
रास्ते में कोई धुंदला सा सितारा भी नहीं

मेरी नज़रों ने नज़ारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी

दिल में नाकाम उमीदों के बसेरे पाए
रौशनी लेने को निकला तो अंधेरे पाए

रंग और नूर के धारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी

मेरी राहों से जुदा हो गईं राहें उन की
आज बदली नज़र आती हैं निगाहें उन की

जिन से इस दिल ने सहारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी

प्यार मांगा तो सिसकते हुए अरमान मिले
चैन चाहा तो उमडते हुए तूफ़ान मिले

डूबते दिल ने किनारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी
 
रात की चांदनी में
खोया हुआ चांद
सोचता है बस एक तारे का नाम
जो दूर तो है उससे
पर करीब कुछ ज्यादा है
आसमान के बिछौले रंग में
वो ए खास सा वादा है
चल रहे हैं दोनों अपनी-अपनी दास्तान के पन्नों पर
और दस्ताने पन्नों पर एक ख्वाब आधा है

आधा अधूरापन
आध अंधेरा
आधे उजाले में
एक रात का सवेरा
जगाये है दोनों को
उठाए हैं दोनों
मिलने की चिट्ठी रोज पहुंचाएं है दोनों को
उड़ते उड़ाते करीब लाते
दोनों को उनके अधूरेपन की कमी गिनाते
सताएं हैं दोनों को
बलखाये है दोनों को
की
काली रात में चांदनी
छुपाए हैं दोनों को

कोई जानता नहीं है कोई मानता नहीं है
ये वो किस्सा है जो कोई पहचानता नहीं है

क्या चांद के बिना सितारे, सितारे लगेगें ?
क्या चांदनी के बिना , अंधेरा , अंधेरा लगेगा ?
या
सितारों के बिना चांद , चांदनी , में फिर रोज मिलेगा ?

यह कुछ सवाल है जो रोज जगाया करते हैं " चांद को ",
सितारे की याद में रोज घूमाया करते हैं, " चांद को ".
good-morning.gif
 
रात की चांदनी में
खोया हुआ चांद
सोचता है बस एक तारे का नाम
जो दूर तो है उससे
पर करीब कुछ ज्यादा है
आसमान के बिछौले रंग में
वो ए खास सा वादा है
चल रहे हैं दोनों अपनी-अपनी दास्तान के पन्नों पर
और दस्ताने पन्नों पर एक ख्वाब आधा है

आधा अधूरापन
आध अंधेरा
आधे उजाले में
एक रात का सवेरा
जगाये है दोनों को
उठाए हैं दोनों
मिलने की चिट्ठी रोज पहुंचाएं है दोनों को
उड़ते उड़ाते करीब लाते
दोनों को उनके अधूरेपन की कमी गिनाते
सताएं हैं दोनों को
बलखाये है दोनों को
की
काली रात में चांदनी
छुपाए हैं दोनों को

कोई जानता नहीं है कोई मानता नहीं है
ये वो किस्सा है जो कोई पहचानता नहीं है

क्या चांद के बिना सितारे, सितारे लगेगें ?
क्या चांदनी के बिना , अंधेरा , अंधेरा लगेगा ?
या
सितारों के बिना चांद , चांदनी , में फिर रोज मिलेगा ?

यह कुछ सवाल है जो रोज जगाया करते हैं " चांद को ",
सितारे की याद में रोज घूमाया करते हैं, " चांद को ".
fc868afa61c7aca57ac9c635b15f8de5_default.jpg
 
रात की चांदनी में
खोया हुआ चांद
सोचता है बस एक तारे का नाम
जो दूर तो है उससे
पर करीब कुछ ज्यादा है
आसमान के बिछौले रंग में
वो ए खास सा वादा है
चल रहे हैं दोनों अपनी-अपनी दास्तान के पन्नों पर
और दस्ताने पन्नों पर एक ख्वाब आधा है

आधा अधूरापन
आध अंधेरा
आधे उजाले में
एक रात का सवेरा
जगाये है दोनों को
उठाए हैं दोनों
मिलने की चिट्ठी रोज पहुंचाएं है दोनों को
उड़ते उड़ाते करीब लाते
दोनों को उनके अधूरेपन की कमी गिनाते
सताएं हैं दोनों को
बलखाये है दोनों को
की
काली रात में चांदनी
छुपाए हैं दोनों को

कोई जानता नहीं है कोई मानता नहीं है
ये वो किस्सा है जो कोई पहचानता नहीं है

क्या चांद के बिना सितारे, सितारे लगेगें ?
क्या चांदनी के बिना , अंधेरा , अंधेरा लगेगा ?
या
सितारों के बिना चांद , चांदनी , में फिर रोज मिलेगा ?

यह कुछ सवाल है जो रोज जगाया करते हैं " चांद को ",
सितारे की याद में रोज घूमाया करते हैं, " चांद को ".
Bahut khub ,
 
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी
मुझ को रातों की सियाही के सिवा कुछ न मिला

मैं वो नग़मा हूं जिसे प्यार की महफ़िल न मिली
वो मुसाफ़िर हूं जिसे कोई भी मंज़िल न मिली

ज़ख़्म पाए हैं बहारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी

किसी गेसू किसी आंचल का सहारा भी नहीं
रास्ते में कोई धुंदला सा सितारा भी नहीं

मेरी नज़रों ने नज़ारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी

दिल में नाकाम उमीदों के बसेरे पाए
रौशनी लेने को निकला तो अंधेरे पाए

रंग और नूर के धारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी

मेरी राहों से जुदा हो गईं राहें उन की
आज बदली नज़र आती हैं निगाहें उन की

जिन से इस दिल ने सहारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी

प्यार मांगा तो सिसकते हुए अरमान मिले
चैन चाहा तो उमडते हुए तूफ़ान मिले

डूबते दिल ने किनारों की तमन्ना की थी
मैंने चांद और सितारों की तमन्ना की थी
Kya baat he
aasman k sitare chhat pe dekhne k liye hoti he paane k liye nai ,:smirking:
 
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