सहर के सूरज की किरणों से, जब अम्बर चीरता उजाला,
वह उठती है, आकाश की चोटी पर, बिखेरती ज्ञान का छाला।
कर्मशीलता उसकी शक्ति है, अनुशासन उसका संजीवनी,
हर बाधा को पार करती, वो दिखाती अपनी हिम्मत की जानी।
हर कठिनाई में, हर परीक्षा में, उसकी तपस्या का गीत,
जीवन की धारा में, अनुशासन ही है उसकी प्रीत।
सपनों को संजीवनी देने, वह खुद को ढालती है सच्चाई,
संघर्ष की हर लहर में, उसकी शक्ति की गहराई।
वह सृजन की शक्ति है, हर सुख-दुख की कहानी,
अनुशासन की धार में, वह गढ़ती है अपनी पहचान।
सहर की सुबह की तरह, नवाज़ा खुद को बार-बार,
महिला सशक्तिकरण की ये ज्योति, जीवन में है अपार।
Dr ElarA
वह उठती है, आकाश की चोटी पर, बिखेरती ज्ञान का छाला।
कर्मशीलता उसकी शक्ति है, अनुशासन उसका संजीवनी,
हर बाधा को पार करती, वो दिखाती अपनी हिम्मत की जानी।
हर कठिनाई में, हर परीक्षा में, उसकी तपस्या का गीत,
जीवन की धारा में, अनुशासन ही है उसकी प्रीत।
सपनों को संजीवनी देने, वह खुद को ढालती है सच्चाई,
संघर्ष की हर लहर में, उसकी शक्ति की गहराई।
वह सृजन की शक्ति है, हर सुख-दुख की कहानी,
अनुशासन की धार में, वह गढ़ती है अपनी पहचान।
सहर की सुबह की तरह, नवाज़ा खुद को बार-बार,
महिला सशक्तिकरण की ये ज्योति, जीवन में है अपार।
Dr ElarA