सत्य न सही, न गलत,
वह बस वही है, जो तुम देख रहे हो, जैसा है।
न इसमें कोई भ्रम है, न किसी का विचार,
वह बस वैसा ही है, बिना किसी सोच के संसार।
सही, एक विचार का रंग है,
समय के साथ बदलता, कभी धूप, कभी बादल,
वास्तव में, यह एक क्षणिक प्रतिबिंब है,
जो हमेशा सोच से जूझता है, हकीकत से डरता है।
सत्य न बदलता है, न दिखाई देता,
वह आकाश की तरह अनंत, रूपहीन, बस साक्षी है।
सही के रंग कभी समझ से, कभी भ्रम से,
वह अपने सांचे में दुनिया को ढालता है।
वह बस वैसा ही है, बिना किसी रूप के, बस सत्य है,
न किसी का विचार, न किसी का प्रकृति।
सही, एक अनुभव है, जो हर पल बदलता,
वास्तव को अपने विचारों के रूप में सजाता है।
वह बस वही है, जो तुम देख रहे हो, जैसा है।
न इसमें कोई भ्रम है, न किसी का विचार,
वह बस वैसा ही है, बिना किसी सोच के संसार।
सही, एक विचार का रंग है,
समय के साथ बदलता, कभी धूप, कभी बादल,
वास्तव में, यह एक क्षणिक प्रतिबिंब है,
जो हमेशा सोच से जूझता है, हकीकत से डरता है।
सत्य न बदलता है, न दिखाई देता,
वह आकाश की तरह अनंत, रूपहीन, बस साक्षी है।
सही के रंग कभी समझ से, कभी भ्रम से,
वह अपने सांचे में दुनिया को ढालता है।
वह बस वैसा ही है, बिना किसी रूप के, बस सत्य है,
न किसी का विचार, न किसी का प्रकृति।
सही, एक अनुभव है, जो हर पल बदलता,
वास्तव को अपने विचारों के रूप में सजाता है।