तूने मुझे भुला दिया,
मैंने तुझे भुला दिया,
तेरे दिल में अब,
किसी और की यादे बसती होंगी,
मगर फिर भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है,
वो बीती हुई यादें,
वो अधूरी रही बातें,
तू अब किसी और के साथ,
ज़माने पर फब्तियां कसती होगी,
तेरी बाहों में बाहें डाल कर,
फिर एक बार कोई टहलता तो है,
मगर फिर भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है,
तेरी खिड़की का खुला होना,
वहां पर तेरा न होना,
ऐसी ही कुछ यादें,
कभी तुझे भी डसती होंगी,
डगमगाते हैं कदम तेरे घर को देख कर,
फिर एक बार संभलता तो है,
मगर फिर भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है,
तू मेरा न हुआ,
मैं तेरा न हुआ,
सोचा नहीं था कभी,
की चाहत इतनी सस्ती होगी,
किसी और की बाहों में सही,
एक बार ये दिल बहलता तो है,
मगर फिर भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है,
न बालकनी से तेरा झांकना,
न छत से तेरा ताकना,
मालूम है तू भी अब,
किसी और की राह तकती होगी,
फिर भी तेरी एक झलक को,
एक बार ये दिल उछलता तो है,
क्या करूँ अब भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है............!!!
मैंने तुझे भुला दिया,
तेरे दिल में अब,
किसी और की यादे बसती होंगी,
मगर फिर भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है,
वो बीती हुई यादें,
वो अधूरी रही बातें,
तू अब किसी और के साथ,
ज़माने पर फब्तियां कसती होगी,
तेरी बाहों में बाहें डाल कर,
फिर एक बार कोई टहलता तो है,
मगर फिर भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है,
तेरी खिड़की का खुला होना,
वहां पर तेरा न होना,
ऐसी ही कुछ यादें,
कभी तुझे भी डसती होंगी,
डगमगाते हैं कदम तेरे घर को देख कर,
फिर एक बार संभलता तो है,
मगर फिर भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है,
तू मेरा न हुआ,
मैं तेरा न हुआ,
सोचा नहीं था कभी,
की चाहत इतनी सस्ती होगी,
किसी और की बाहों में सही,
एक बार ये दिल बहलता तो है,
मगर फिर भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है,
न बालकनी से तेरा झांकना,
न छत से तेरा ताकना,
मालूम है तू भी अब,
किसी और की राह तकती होगी,
फिर भी तेरी एक झलक को,
एक बार ये दिल उछलता तो है,
क्या करूँ अब भी तेरे कूचे में आकर,
एक बार ये दिल मचलता तो है............!!!