वो तुमको अमीर भी कहेंगी, वो तुमको गरीब भी कहेंगी... जो मतलब हो तुमसे, तो तुम्हे दिल के करीब भी कहेंगी... ये दुनिया बडी बेईमान है एकांत, ये आज तुम्हे आशिक , और कल रकीब भी कहेंगी.
वाह! क्या बात है...वो तुमको अमीर भी कहेंगी, वो तुमको गरीब भी कहेंगी... जो मतलब हो तुमसे, तो तुम्हे दिल के करीब भी कहेंगी... ये दुनिया बडी बेईमान है एकांत, ये आज तुम्हे आशिक , और कल रकीब भी कहेंगी.
Na to ham amir kaha na to kisi ko garib kahaवो तुमको अमीर भी कहेंगी, वो तुमको गरीब भी कहेंगी... जो मतलब हो तुमसे, तो तुम्हे दिल के करीब भी कहेंगी... ये दुनिया बडी बेईमान है एकांत, ये आज तुम्हे आशिक , और कल रकीब भी कहेंगी.
मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी ही निकलावो तुमको अमीर भी कहेंगी, वो तुमको गरीब भी कहेंगी... जो मतलब हो तुमसे, तो तुम्हे दिल के करीब भी कहेंगी... ये दुनिया बडी बेईमान है एकांत, ये आज तुम्हे आशिक , और कल रकीब भी कहेंगी.
Nahi kaha phir bhi Maine boldeyaNa to ham amir kaha na to kisi ko garib kaha
Puchlena usi ko jisko hamne pehle baar apna nasib kaha
Ati sundar hai broमेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी ही निकला
सिवाय एक आईने के जो वफादार निकला ।।
Most hai Bhaiवाह! क्या बात है...
अमीर कह लो, गरीब कह लो
आशिक कह लो, रकीब कह लो,
पर फर्क तो हमें तब पड़ता है दोस्त
तुम क्या कहते हो और वो क्या कहती है।
और सच कहते हो मतलबी तो हूं मैं
प्यार जो है बेपनाह, तो मतलबी भी कह लो।
Sahi kaha lal lal lal selam
Most hai Bhai
Dhanyawad Bhai...Most hai Bhai
Duniya ke sitam yaad, na apni hi wafaa yaad .... sahi baat boli bhaiवो तुमको अमीर भी कहेंगी, वो तुमको गरीब भी कहेंगी... जो मतलब हो तुमसे, तो तुम्हे दिल के करीब भी कहेंगी... ये दुनिया बडी बेईमान है एकांत, ये आज तुम्हे आशिक , और कल रकीब भी कहेंगी.
Ache kausish RahaDhanyawad Bhai...
Tumhari kavita sunder jyada thi..
Hum to bas koshish kiye likhne ki..
Thanks bro .. dhonobadDuniya ke sitam yaad, na apni hi wafaa yaad .... sahi baat boli bhai