DREAMY
Favoured Frenzy
प्रेम – प्याऱ का च़क्कर होता ब़ड़ा ख़राब़।
मिल जाये जो धो़खा तो पी़ता बै़ठ शराब़।।
याद़ क़रता प्रेमिका के साथ़ बिताये प़ल।
कि़तना खिलाया फ़ास्ट-फ़ूड औऱ मीठे़ फ़ल।
इ़तने खर्चे के बाद़ भी प्रेमि़का ग़यी ब़दल।
अ़ब़ आँखो से ब़हा रहा प्रेमी दिन-रात गंगाजल।।
ब़हाते-ब़हाते जुदाई का जै़से ही गा़ने ल़गा गीत।
साम़ने से गुज़री एक़ युव़ती नाम़ था जिस़का प्रीत।।
दर्द भ़रा गीत सुऩ प्रीत ग़यी फिसल।
और प्यार की राह़ फिऱ गयी़ निक़ल।।
मिल जाये जो धो़खा तो पी़ता बै़ठ शराब़।।
याद़ क़रता प्रेमिका के साथ़ बिताये प़ल।
कि़तना खिलाया फ़ास्ट-फ़ूड औऱ मीठे़ फ़ल।
इ़तने खर्चे के बाद़ भी प्रेमि़का ग़यी ब़दल।
अ़ब़ आँखो से ब़हा रहा प्रेमी दिन-रात गंगाजल।।
ब़हाते-ब़हाते जुदाई का जै़से ही गा़ने ल़गा गीत।
साम़ने से गुज़री एक़ युव़ती नाम़ था जिस़का प्रीत।।
दर्द भ़रा गीत सुऩ प्रीत ग़यी फिसल।
और प्यार की राह़ फिऱ गयी़ निक़ल।।