"प्यार है सदा के लिए"
तुम्हें 5 साल की उमर में
अपनी टीचर पे क्रश होगा
तुम्हें समझ नहीं आयेगा कि
ये सब क्या हो रहा है
लेकिन तुम खुश रहोगे।
जब तुम 10 साल के हो जाओगे
तब तुम अपनी क्लास में से ही
किसी को मन ही मन पसंद
करने लगोगे और उसके आसपास
ना होने पर तुम उदास महसूस करोगे।
जब तुम 15 साल के हो जाओगे
तब तुममें नई उमर का बदलाव आएगा
तुम फिर किसी से कच्ची उमर का
प्यार कर बैठोगे और तुम्हें चीजों से
फर्क पड़ना शुरू हो जाएगा।
20 की उमर में तुम्हें फिर से प्यार होगा
लेकिन इस बार थोड़ा गहराई से होगा
शायद तुम इस बार किसी कारण से
उससे अलग हो जाओगे
लेकिन तुम प्यार में रहोगे जरूर।
25 साल के होने पर
तुम किसी को बहुत ही गहराई से
प्यार करोगे और उसको खोने से डरोगे
या तो तुम इस दौरान रिश्ता निभा लोगे
या तुम्हारा ब्रेकअप हो जायेगा।
30 की उमर में तुम्हारी शादी हो जायेगी
तब तुम परिवार और रिश्तों की
एहमियत समझने लगोगे।
इसके बाद की पूरी उम्र
तुम अपने परिवार के लिए गुज़ार दोगे
यहां तक कि जब तुम मरने वाले होगे
तब भी तुम परिवार के बारे में सोचोगे
एक ही ख़्वाहिश रहेगी कि तुम्हारे
जाने के बाद भी उन्हें किसी बात की
कमी ना हो।
अगर तुमने शादी ना भी की
या शादी की और रिश्ते ख़राब हो गए
तब भी तुम किसी न किसी से
चोरी छिपे या खुले तौर पर
प्यार ज़रूर करोगे।
तो दोस्तों मायने ये नहीं रखता
कि तुम किस उम्र के हो
और तुम्हारी ज़िंदगी में क्या चल रहा है
मायने सिर्फ यही रखता है
कि तुम पूरी ज़िंदगी प्यार करते हो
प्यार में रहते हो
और प्यार में ही मर जाते हो।
तुम्हें 5 साल की उमर में
अपनी टीचर पे क्रश होगा
तुम्हें समझ नहीं आयेगा कि
ये सब क्या हो रहा है
लेकिन तुम खुश रहोगे।
जब तुम 10 साल के हो जाओगे
तब तुम अपनी क्लास में से ही
किसी को मन ही मन पसंद
करने लगोगे और उसके आसपास
ना होने पर तुम उदास महसूस करोगे।
जब तुम 15 साल के हो जाओगे
तब तुममें नई उमर का बदलाव आएगा
तुम फिर किसी से कच्ची उमर का
प्यार कर बैठोगे और तुम्हें चीजों से
फर्क पड़ना शुरू हो जाएगा।
20 की उमर में तुम्हें फिर से प्यार होगा
लेकिन इस बार थोड़ा गहराई से होगा
शायद तुम इस बार किसी कारण से
उससे अलग हो जाओगे
लेकिन तुम प्यार में रहोगे जरूर।
25 साल के होने पर
तुम किसी को बहुत ही गहराई से
प्यार करोगे और उसको खोने से डरोगे
या तो तुम इस दौरान रिश्ता निभा लोगे
या तुम्हारा ब्रेकअप हो जायेगा।
30 की उमर में तुम्हारी शादी हो जायेगी
तब तुम परिवार और रिश्तों की
एहमियत समझने लगोगे।
इसके बाद की पूरी उम्र
तुम अपने परिवार के लिए गुज़ार दोगे
यहां तक कि जब तुम मरने वाले होगे
तब भी तुम परिवार के बारे में सोचोगे
एक ही ख़्वाहिश रहेगी कि तुम्हारे
जाने के बाद भी उन्हें किसी बात की
कमी ना हो।
अगर तुमने शादी ना भी की
या शादी की और रिश्ते ख़राब हो गए
तब भी तुम किसी न किसी से
चोरी छिपे या खुले तौर पर
प्यार ज़रूर करोगे।
तो दोस्तों मायने ये नहीं रखता
कि तुम किस उम्र के हो
और तुम्हारी ज़िंदगी में क्या चल रहा है
मायने सिर्फ यही रखता है
कि तुम पूरी ज़िंदगी प्यार करते हो
प्यार में रहते हो
और प्यार में ही मर जाते हो।