EAGLES
Wellknown Ace
न वफा रही
न सनम रहे
न वो दोस्तों के
करम रहे
न रही कहीं वो
दिली तड़प
बस खुद से खुद की
बची झड़प
तू बेवज़ह
तना न कर
जो है नही बना न कर
जैसे भी गुजरे
गुजार दे
है इसी ख्याल में
हर बशर
मत सोच क्या
जो न कर सका
क्या हुआ
जो खुद को न भर सका
दमे ज़िंदगी
रमे -ज़िन्दगी
तू ख़याले-फुक्रो-गुना न कर
हर शख्स
अपनी ही
ताड़ मे
कोई सामने
कोई आड़ मे
सौदागरी
हर जगह पर
सब जाए दुनिया
भाड़ मे
जो कर रहा
उसे करने दे
तू ख़ामख़ाह मना न कर
गर कर मना
सही वक़्त पर
डर मत तू
ताज और तख़्त पर
तू नरम रहा तो
कहें डरा
तू खुद को थोड़ा तो
सख्त कर
गर सच है सच के
अदब मे रह
पर झूठ में तू सुना न कर |
न सनम रहे
न वो दोस्तों के
करम रहे
न रही कहीं वो
दिली तड़प
बस खुद से खुद की
बची झड़प
तू बेवज़ह
तना न कर
जो है नही बना न कर
जैसे भी गुजरे
गुजार दे
है इसी ख्याल में
हर बशर
मत सोच क्या
जो न कर सका
क्या हुआ
जो खुद को न भर सका
दमे ज़िंदगी
रमे -ज़िन्दगी
तू ख़याले-फुक्रो-गुना न कर
हर शख्स
अपनी ही
ताड़ मे
कोई सामने
कोई आड़ मे
सौदागरी
हर जगह पर
सब जाए दुनिया
भाड़ मे
जो कर रहा
उसे करने दे
तू ख़ामख़ाह मना न कर
गर कर मना
सही वक़्त पर
डर मत तू
ताज और तख़्त पर
तू नरम रहा तो
कहें डरा
तू खुद को थोड़ा तो
सख्त कर
गर सच है सच के
अदब मे रह
पर झूठ में तू सुना न कर |