कोई उम्मीद बर नहीं आती, कोई सूरत नज़र नहीं आतीसोना खोया जीवन की भागदौड़ में,
नींद की गहराई में छूट जाते सभी चिंता-विमुक्त।
रात की आँखों में छुपा सुख,
सपनों की दुनिया में खो जाते हम सभी।
नींद से बढ़कर कुछ नहीं है,
जीवन की धड़कन, सोने में ही बसी।
सही कहा...सोना खोया जीवन की भागदौड़ में,
नींद की गहराई में छूट जाते सभी चिंता-विमुक्त।
रात की आँखों में छुपा सुख,
सपनों की दुनिया में खो जाते हम सभी।
नींद से बढ़कर कुछ नहीं है,
जीवन की धड़कन, सोने में ही बसी।