देर रात तक क्यों जगते रहते हो,
अब ये बहाना मत देना की नींद नहीं आती।।
मुझे पता है रात भर क्या सोचते रहते हो,
वही बातें ना जो किसी से कही नहीं जाती।।
रात खुद को आराम देने के लिए है,
उसके बारे में सोचने के लिए नहीं जिन्हें तुम्हारे होने या ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता।।
जिसे जाना था वो चले गए, रोकने के बावजूद भी,
अपने आप में कमियां ढूंढने से भी सच में कुछ नहीं मिलता।।
जिस चीज पे तुम्हारा बस नहीं है,
उसके लिए सोच कर क्यों अपना दिल भर लेते हो,
दिन की थकान कम थी क्या जो रात को
ना सोकर फिर अपना सर भारी कर लेते हो।।
मूंद लो आंखें थक गए होगे
अब सारी बातें ख्वाब में होंगी,
साँस लो गहरी खो जाओ खुद में
नींद तुम्हारी आती ही होगी।।
कभी खुद के लिए भी कुछ सोच लिया करो
या रात फिर दूसरों के बारे में सोच के गुजारनी है,
ये चंद लम्हे हैं जिनपर सिर्फ तुम्हारा हक़ है
क्योंकि कल सुबह तो फिर से वही ज़िंदगी संभालनी है।।
सोते क्यों नहीं राहत नहीं चाहिए ?
या अब बोझ रखने में ही मज़ा आने लगा है
नई आदत नहीं चाहिए।।
गलती ना होने पर भी खुद को कैसे कोस लेते हो यार,
अपने आप को हारा हुआ मत समझा करो,
जिसके लिए जगे हो उसको परवाह नहीं है तुम्हारी
उसका मैसेज आएगा ये सोचा भी मत करो।।
सो जाओ आज...अच्छा लगेगा
कल की सुबह भी हसीन होगी,
सांस लो गहरी खो जाओ खुद में
नींद तुम्हारी आती ही होगी।।
मूंद लो आंखें थक गए होगे
अब सारी बातें ख्वाब में होंगी,
सांस लो गहरी खो जाओ खुद में
नींद तुम्हारी आती ही होगी।।
अब ये बहाना मत देना की नींद नहीं आती।।
मुझे पता है रात भर क्या सोचते रहते हो,
वही बातें ना जो किसी से कही नहीं जाती।।
रात खुद को आराम देने के लिए है,
उसके बारे में सोचने के लिए नहीं जिन्हें तुम्हारे होने या ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता।।
जिसे जाना था वो चले गए, रोकने के बावजूद भी,
अपने आप में कमियां ढूंढने से भी सच में कुछ नहीं मिलता।।
जिस चीज पे तुम्हारा बस नहीं है,
उसके लिए सोच कर क्यों अपना दिल भर लेते हो,
दिन की थकान कम थी क्या जो रात को
ना सोकर फिर अपना सर भारी कर लेते हो।।
मूंद लो आंखें थक गए होगे
अब सारी बातें ख्वाब में होंगी,
साँस लो गहरी खो जाओ खुद में
नींद तुम्हारी आती ही होगी।।
कभी खुद के लिए भी कुछ सोच लिया करो
या रात फिर दूसरों के बारे में सोच के गुजारनी है,
ये चंद लम्हे हैं जिनपर सिर्फ तुम्हारा हक़ है
क्योंकि कल सुबह तो फिर से वही ज़िंदगी संभालनी है।।
सोते क्यों नहीं राहत नहीं चाहिए ?
या अब बोझ रखने में ही मज़ा आने लगा है
नई आदत नहीं चाहिए।।
गलती ना होने पर भी खुद को कैसे कोस लेते हो यार,
अपने आप को हारा हुआ मत समझा करो,
जिसके लिए जगे हो उसको परवाह नहीं है तुम्हारी
उसका मैसेज आएगा ये सोचा भी मत करो।।
सो जाओ आज...अच्छा लगेगा
कल की सुबह भी हसीन होगी,
सांस लो गहरी खो जाओ खुद में
नींद तुम्हारी आती ही होगी।।
मूंद लो आंखें थक गए होगे
अब सारी बातें ख्वाब में होंगी,
सांस लो गहरी खो जाओ खुद में
नींद तुम्हारी आती ही होगी।।
Last edited: