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ना चला कोई तीर, ना कोई हथियार,

krishti

Epic Legend
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Posting Freak
ना चला कोई तीर, ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

देख बेहाल माँ गिड़गिड़ा रहीथी
पापा बारबारा रहेथे कोई तो रास्ता होगा
निकालो इसे,उसकी कब्जो से यार
ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
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सारी उम्मीदें बिखरा पड़ा था,आख़री साँसोमे चला था
पूछने लगे उसकी आखरी ख्वाइसे
और निकल रहा था उसकी लब्जो से प्यार

ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

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ना चला कोई तीर, ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

देख बेहाल माँ गिड़गिड़ा रहीथी
पापा बारबारा रहेथे कोई तो रास्ता होगा
निकालो इसे,उसकी कब्जो से यार
ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
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सारी उम्मीदें बिखरा पड़ा था,आख़री साँसोमे चला था
पूछने लगे उसकी आखरी ख्वाइसे
और निकल रहा था उसकी लब्जो से प्यार

ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

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अति सुंदर...
 
शब्दों की सीमाएँ और हालात की बंदिशें,
प्यार की गहराई को शब्दों से कैसे व्यक्त करें? यह दुविधा काफी महत्वपूर्ण है।


प्यार की अनकही बातें कभी भी शब्दों में सीमित नहीं की जा सकतीं,
प्यार ऐसा कुछ है जो बस देखा जाता है; इसका असली सार शब्दों से परे छुपा होता है।


शब्द अपर्याप्त हो सकते हैं, लेकिन देखने से उसका सत्य प्रकट होता है,
प्यार की पहचान दिव्य स्रोतों से नहीं, बल्कि दिल की गहराई से होती है।
 
शब्दों की सीमाएँ और हालात की बंदिशें,
प्यार की गहराई को शब्दों से कैसे व्यक्त करें? यह दुविधा काफी महत्वपूर्ण है।


प्यार की अनकही बातें कभी भी शब्दों में सीमित नहीं की जा सकतीं,
प्यार ऐसा कुछ है जो बस देखा जाता है; इसका असली सार शब्दों से परे छुपा होता है।


शब्द अपर्याप्त हो सकते हैं, लेकिन देखने से उसका सत्य प्रकट होता है,
प्यार की पहचान दिव्य स्रोतों से नहीं, बल्कि दिल की गहराई से होती है।
:Drunk:
 
ना चला कोई तीर, ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

देख बेहाल माँ गिड़गिड़ा रहीथी
पापा बारबारा रहेथे कोई तो रास्ता होगा
निकालो इसे,उसकी कब्जो से यार
ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
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सारी उम्मीदें बिखरा पड़ा था,आख़री साँसोमे चला था
पूछने लगे उसकी आखरी ख्वाइसे
और निकल रहा था उसकी लब्जो से प्यार

ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

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चला वो तीर जो बेहतर तेरी कमान में है,
किसी की ऑंख में जादू तेरी ज़ुबान में है ।
 
ना चला कोई तीर, ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

देख बेहाल माँ गिड़गिड़ा रहीथी
पापा बारबारा रहेथे कोई तो रास्ता होगा
निकालो इसे,उसकी कब्जो से यार
ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
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सारी उम्मीदें बिखरा पड़ा था,आख़री साँसोमे चला था
पूछने लगे उसकी आखरी ख्वाइसे
और निकल रहा था उसकी लब्जो से प्यार

ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

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चला वो तीर जो बेहतर तेरी कमान में है,
किसी की ऑंख में जादू तेरी ज़ुबान में है ।
जादू नहीं ये एक नशा है
कोही तो बता दे ये
इश्क़ हैँ या कोई सजा हैँ :tso:
 
Last edited:
मेरी निगाह से तीर चला ,न इधर गया न उधर गया

मुझे उसकी तलाश है गर लगा नहीं तो किधर गया
Kisi ke sine me to laga hoga nisana to chuk naj sakti :rofl1:
 
ना चला कोई तीर, ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

देख बेहाल माँ गिड़गिड़ा रहीथी
पापा बारबारा रहेथे कोई तो रास्ता होगा
निकालो इसे,उसकी कब्जो से यार
ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
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सारी उम्मीदें बिखरा पड़ा था,आख़री साँसोमे चला था
पूछने लगे उसकी आखरी ख्वाइसे
और निकल रहा था उसकी लब्जो से प्यार

ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

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तीर और तलवार से मृत्यु होगी एक बार
बार बार तड़पता है ये शब्दों से किया वार
कोई इलाज नहीं मिलता फिर इससे बचने का
दुख में सोचो कैसे करता होगा प्यार का इजहार
बचाना है तो फिर से शब्दों के मरहम लगा दो
वरना यूहीं तिल तिल कर मरता रहेगा बार बार
किसी की दुआ और दवा का भी असर नहीं होता

फिर क्यों चलाते हो ऐसे शब्दों के तीर-तलवार।
 
Apni aankhon ke samundar mein utar jaane de , tera mujrim hoon mujhe doob be mar jaane de.
 
Koi din gar zindgaani aur hain, apne jee mein humne thaani aur hain. Barha dekhi hai unki ranjishein par kuch abke sargeraani aur hain.
 
ना चला कोई तीर, ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

देख बेहाल माँ गिड़गिड़ा रहीथी
पापा बारबारा रहेथे कोई तो रास्ता होगा
निकालो इसे,उसकी कब्जो से यार
ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
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सारी उम्मीदें बिखरा पड़ा था,आख़री साँसोमे चला था
पूछने लगे उसकी आखरी ख्वाइसे
और निकल रहा था उसकी लब्जो से प्यार

ना चला कोई तीर ना कोई हथियार
गिर पढ़ाथा वो जब किया था शब्दो से प्रहार

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Nice
 
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