सुनो तुम जैसी हो
मुझे वैसी ही अच्छी लगती हो
बिना मेकअप के और
बाल उलझे हुए
हरकतें पागलों सी
विचार सुलझे हुए
सिम्पल से कपड़े
सिम्पल सी बात
गालों में पिंपल
और तुम्हारे टेढ़े मेढे दाँत
दिल की साफ बस
दिमाग की कच्ची लगती हो
सुनो तुम जैसी हो
मुझे वैसी ही अच्छी लगती हो
हाइट में छोटी तुम
और हो रही मोटी तुम
बाल खोले रखो या
रखो एक चोटी तुम
ना आँखो में काजल
ना होठों पे लाली
ना हाथों में कंगन
ना कानों में बाली
किसी भीड़ में मुझे तुम एक
प्यारी सी बच्ची लगती हो
सुनो तुम जैसी हो
मुझे वैसी ही अच्छी लगती हो
दिखावा करके
किसी को रिझाना मत
मेकअप से खुद को
स्टैच्यू की तरह कभी सजना मत
तुम्हारा साधारणपन ही
सबसे अच्छा लगता है
तुम में कुछ भी
झूठ नहीं सब सच्चा लगता है
दुनिया की भीड़ में एक
तुम ही सच्ची लगती हो
सुनो तुम जैसी हो
मुझे वैसी ही अच्छी लगती हो
मुझे वैसी ही अच्छी लगती हो
बिना मेकअप के और
बाल उलझे हुए
हरकतें पागलों सी
विचार सुलझे हुए
सिम्पल से कपड़े
सिम्पल सी बात
गालों में पिंपल
और तुम्हारे टेढ़े मेढे दाँत
दिल की साफ बस
दिमाग की कच्ची लगती हो
सुनो तुम जैसी हो
मुझे वैसी ही अच्छी लगती हो
हाइट में छोटी तुम
और हो रही मोटी तुम
बाल खोले रखो या
रखो एक चोटी तुम
ना आँखो में काजल
ना होठों पे लाली
ना हाथों में कंगन
ना कानों में बाली
किसी भीड़ में मुझे तुम एक
प्यारी सी बच्ची लगती हो
सुनो तुम जैसी हो
मुझे वैसी ही अच्छी लगती हो
दिखावा करके
किसी को रिझाना मत
मेकअप से खुद को
स्टैच्यू की तरह कभी सजना मत
तुम्हारा साधारणपन ही
सबसे अच्छा लगता है
तुम में कुछ भी
झूठ नहीं सब सच्चा लगता है
दुनिया की भीड़ में एक
तुम ही सच्ची लगती हो
सुनो तुम जैसी हो
मुझे वैसी ही अच्छी लगती हो