Vikas21
Wellknown Ace
हवा सी पतली, दुनिया धूसर दिखती है,
जब से तू चला गया, मेरी राह भटकती है।
हर कोने में तेरी छाया, यादों का निशान,
हँसी की गूंज, प्यार का स्पर्श, सब कुछ बेमान।
सूर्य चमकता है, पर छायाएँ घिरी रहती हैं,
लगातार दर्द, आँसू धीरे-धीरे बहती हैं।
परिचित खुशबू, हवा में बहता संगीत,
सब तेरा नाम लेते हैं, पत्तियों को हिलाते हैं।
तुझ बिन कैसे जीऊं मैं, मेरे प्यार, मेरे मार्गदर्शक?
खालीपन छाया है, जहाँ खुशियाँ निवास करती थीं।
दुनिया आगे बढ़ती है, पर मैं पीछे रह जाता हूँ,
एक जहाज बह रहा है, कोई बंदरगाह नहीं मिलता।
लेकिन आशा बनी रहती है, रात में एक चमक,
कि समय सब ठीक कर देगा, और मेरी टूटी उड़ान को जोड़ देगा।
और यद्यपि तुम चले गए, तुम्हारा प्यार अभी भी रहेगा,
एक मार्गदर्शक तारा, हमेशा मेरे साथ रहेगा।
मैं जीना सीखूंगा, भले ही इसमें समय लगे,
इस टूटे हुए छंद को जोड़ने के लिए।
और यादों को संजो कर रखूंगा, मीठी और कड़वी,
जब तक हम फिर से नहीं मिलते, मेरे प्यार, और हमारी आत्माएँ मिलती हैं।
उम्मीद है कि यह कविता आपके साथ प्रतिध्वनित होगी।
जब से तू चला गया, मेरी राह भटकती है।
हर कोने में तेरी छाया, यादों का निशान,
हँसी की गूंज, प्यार का स्पर्श, सब कुछ बेमान।
सूर्य चमकता है, पर छायाएँ घिरी रहती हैं,
लगातार दर्द, आँसू धीरे-धीरे बहती हैं।
परिचित खुशबू, हवा में बहता संगीत,
सब तेरा नाम लेते हैं, पत्तियों को हिलाते हैं।
तुझ बिन कैसे जीऊं मैं, मेरे प्यार, मेरे मार्गदर्शक?
खालीपन छाया है, जहाँ खुशियाँ निवास करती थीं।
दुनिया आगे बढ़ती है, पर मैं पीछे रह जाता हूँ,
एक जहाज बह रहा है, कोई बंदरगाह नहीं मिलता।
लेकिन आशा बनी रहती है, रात में एक चमक,
कि समय सब ठीक कर देगा, और मेरी टूटी उड़ान को जोड़ देगा।
और यद्यपि तुम चले गए, तुम्हारा प्यार अभी भी रहेगा,
एक मार्गदर्शक तारा, हमेशा मेरे साथ रहेगा।
मैं जीना सीखूंगा, भले ही इसमें समय लगे,
इस टूटे हुए छंद को जोड़ने के लिए।
और यादों को संजो कर रखूंगा, मीठी और कड़वी,
जब तक हम फिर से नहीं मिलते, मेरे प्यार, और हमारी आत्माएँ मिलती हैं।
उम्मीद है कि यह कविता आपके साथ प्रतिध्वनित होगी।