तुम मेरी ख्वाहिश नहीं हो
ख्वाहिश पूरी हो जाए तो
तलब नहीं रहती....
तुम मेरी आदत नहीं हो
आदत बुरी भी होती है....
तुम मेरी जरूरत भी नहीं हो
जरूरत पूरी हो जाए तो
दूसरी की तलाश रहती है....
तुम मेरी दुनिया भी नहीं हो
दुनिया तूफानी है
एक दिन खत्म हो जानी है...
तुम मेरी ला-हासिल मोहब्बत हो
जिसकी तलब हमेशा रहेगी....
ख्वाहिश पूरी हो जाए तो
तलब नहीं रहती....
तुम मेरी आदत नहीं हो
आदत बुरी भी होती है....
तुम मेरी जरूरत भी नहीं हो
जरूरत पूरी हो जाए तो
दूसरी की तलाश रहती है....
तुम मेरी दुनिया भी नहीं हो
दुनिया तूफानी है
एक दिन खत्म हो जानी है...
तुम मेरी ला-हासिल मोहब्बत हो
जिसकी तलब हमेशा रहेगी....