Vikas21
Wellknown Ace
दिल टूटा है, धड़कन रुकी सी,
जैसे पंख झड़ गए, उड़ान की।
ख्वाब बिखरे हैं, सांसें भारी,
यादें सताती हैं, हर घड़ी भारी।
आँसू बहते हैं, रुकते नहीं,
दर्द सहन करना, मुश्किल है सही।
खालीपन छाया है, चारों ओर,
खो गया है सब कुछ, जीवन शून्य होकर।
मोहब्बत की दास्तां, अधूरी रह गई,
खुशियों का सपना, धूमिल हो गई।
अब क्या करूं, कैसे जीऊं मैं,
इस टूटे हुए दिल के साथ, कैसे रहूं मैं?
जैसे पंख झड़ गए, उड़ान की।
ख्वाब बिखरे हैं, सांसें भारी,
यादें सताती हैं, हर घड़ी भारी।
आँसू बहते हैं, रुकते नहीं,
दर्द सहन करना, मुश्किल है सही।
खालीपन छाया है, चारों ओर,
खो गया है सब कुछ, जीवन शून्य होकर।
मोहब्बत की दास्तां, अधूरी रह गई,
खुशियों का सपना, धूमिल हो गई।
अब क्या करूं, कैसे जीऊं मैं,
इस टूटे हुए दिल के साथ, कैसे रहूं मैं?