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जो वादा किया वह निभाना हुआ ?

Somaiya Karn

Quodophile of ZoZo
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जो वादा किया वह निभाना हुआ ?
जिंदगी की साजिशो को सुलझाते हुए एक मुलाकात ना हुआ, जुदा हो गए मानो कभी इसका आभास ना हुआ, फिर मिलेंगे कभी बस इसी सोच मैं डूबे हुए है, हमारा और तुम्हारा कभी साथ मैं आगाज़ ना हुआ।

इन टिमटिमाती हुई जुगनूओ से कभी किया बात ना हुआ, ऐसी कौनसी गुफ्तगू थी जो कभी किसी से कहना ना हुआ, वादे तुमने बहुत किए बस कभी निभाना ना हुआ, जमाने ने नहीं रोका बस कभी तुम्हारा आना ना हुआ।

इतनी मुश्किलों के बीच भी मेरा प्यार का खात्मा ना हुआ, कहीं एक चिंगारी लगाई गई बस आग का जलना ना हुआ, सिमटी, टूटी हुई खुशियों का कभी मरहम ना हुआ, ऐसी इश्क ना दे खुदा जिसमें कोई किसी का कभी ना हुआ।

फिर मिलेंगे कभी बस इस उम्मीद का आगाज़ हुआ, खुदा की मंजूरी अभी बाकी है जहां दुआ का संचार हुआ, नासमझ नहीं हूं पगले बस हमे तुमसे इश्क हुआ, जो वादा किया था किया वह कभी निभाना हुआ।images (1).jpeg
 
जो वादा किया वह निभाना हुआ ?
जिंदगी की साजिशो को सुलझाते हुए एक मुलाकात ना हुआ, जुदा हो गए मानो कभी इसका आभास ना हुआ, फिर मिलेंगे कभी बस इसी सोच मैं डूबे हुए है, हमारा और तुम्हारा कभी साथ मैं आगाज़ ना हुआ।

इन टिमटिमाती हुई जुगनूओ से कभी किया बात ना हुआ, ऐसी कौनसी गुफ्तगू थी जो कभी किसी से कहना ना हुआ, वादे तुमने बहुत किए बस कभी निभाना ना हुआ, जमाने ने नहीं रोका बस कभी तुम्हारा आना ना हुआ।

इतनी मुश्किलों के बीच भी मेरा प्यार का खात्मा ना हुआ, कहीं एक चिंगारी लगाई गई बस आग का जलना ना हुआ, सिमटी, टूटी हुई खुशियों का कभी मरहम ना हुआ, ऐसी इश्क ना दे खुदा जिसमें कोई किसी का कभी ना हुआ।

फिर मिलेंगे कभी बस इस उम्मीद का आगाज़ हुआ, खुदा की मंजूरी अभी बाकी है जहां दुआ का संचार हुआ, नासमझ नहीं हूं पगले बस हमे तुमसे इश्क हुआ, जो वादा किया था किया वह कभी निभाना हुआ।View attachment 278043
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जो वादा किया वह निभाना हुआ ?
जिंदगी की साजिशो को सुलझाते हुए एक मुलाकात ना हुआ, जुदा हो गए मानो कभी इसका आभास ना हुआ, फिर मिलेंगे कभी बस इसी सोच मैं डूबे हुए है, हमारा और तुम्हारा कभी साथ मैं आगाज़ ना हुआ।

इन टिमटिमाती हुई जुगनूओ से कभी किया बात ना हुआ, ऐसी कौनसी गुफ्तगू थी जो कभी किसी से कहना ना हुआ, वादे तुमने बहुत किए बस कभी निभाना ना हुआ, जमाने ने नहीं रोका बस कभी तुम्हारा आना ना हुआ।

इतनी मुश्किलों के बीच भी मेरा प्यार का खात्मा ना हुआ, कहीं एक चिंगारी लगाई गई बस आग का जलना ना हुआ, सिमटी, टूटी हुई खुशियों का कभी मरहम ना हुआ, ऐसी इश्क ना दे खुदा जिसमें कोई किसी का कभी ना हुआ।

फिर मिलेंगे कभी बस इस उम्मीद का आगाज़ हुआ, खुदा की मंजूरी अभी बाकी है जहां दुआ का संचार हुआ, नासमझ नहीं हूं पगले बस हमे तुमसे इश्क हुआ, जो वादा किया था किया वह कभी निभाना हुआ।View attachment 278043
बहुत खूब....

वफाएं,
सदाएं और जज़्बात....
नहीं समझे तुम

तो चलो परे रखो इन्हें....पर

दिल से दिल का
रिश्ता कहते थे ना तुम मुझसे...
फिर मेरे... ....
दिल के मौत की भनक भी

क्यूं ना हुई तुम्हें...???
 
जो वादा किया वह निभाना हुआ ?
जिंदगी की साजिशो को सुलझाते हुए एक मुलाकात ना हुआ, जुदा हो गए मानो कभी इसका आभास ना हुआ, फिर मिलेंगे कभी बस इसी सोच मैं डूबे हुए है, हमारा और तुम्हारा कभी साथ मैं आगाज़ ना हुआ।

इन टिमटिमाती हुई जुगनूओ से कभी किया बात ना हुआ, ऐसी कौनसी गुफ्तगू थी जो कभी किसी से कहना ना हुआ, वादे तुमने बहुत किए बस कभी निभाना ना हुआ, जमाने ने नहीं रोका बस कभी तुम्हारा आना ना हुआ।

इतनी मुश्किलों के बीच भी मेरा प्यार का खात्मा ना हुआ, कहीं एक चिंगारी लगाई गई बस आग का जलना ना हुआ, सिमटी, टूटी हुई खुशियों का कभी मरहम ना हुआ, ऐसी इश्क ना दे खुदा जिसमें कोई किसी का कभी ना हुआ।

फिर मिलेंगे कभी बस इस उम्मीद का आगाज़ हुआ, खुदा की मंजूरी अभी बाकी है जहां दुआ का संचार हुआ, नासमझ नहीं हूं पगले बस हमे तुमसे इश्क हुआ, जो वादा किया था किया वह कभी निभाना हुआ।View attachment 278043
जो वादा किया, क्या वो निभाना हुआ,
दिल से दिल का कभी मिलाना हुआ?
अधूरी सी बातें, अधूरी कहानी,
क्या कभी उसपे तुम्हारा ठिकाना हुआ?

आशाओं के दीप जलते रहे,
ख्वाब आँखों में पलते रहे।
पर राहें वहीँ की वहीँ रहीं,
क्या प्यार का कोई तराना हुआ
 
जो वादा किया वह निभाना हुआ ?
जिंदगी की साजिशो को सुलझाते हुए एक मुलाकात ना हुआ, जुदा हो गए मानो कभी इसका आभास ना हुआ, फिर मिलेंगे कभी बस इसी सोच मैं डूबे हुए है, हमारा और तुम्हारा कभी साथ मैं आगाज़ ना हुआ।

इन टिमटिमाती हुई जुगनूओ से कभी किया बात ना हुआ, ऐसी कौनसी गुफ्तगू थी जो कभी किसी से कहना ना हुआ, वादे तुमने बहुत किए बस कभी निभाना ना हुआ, जमाने ने नहीं रोका बस कभी तुम्हारा आना ना हुआ।

इतनी मुश्किलों के बीच भी मेरा प्यार का खात्मा ना हुआ, कहीं एक चिंगारी लगाई गई बस आग का जलना ना हुआ, सिमटी, टूटी हुई खुशियों का कभी मरहम ना हुआ, ऐसी इश्क ना दे खुदा जिसमें कोई किसी का कभी ना हुआ।

फिर मिलेंगे कभी बस इस उम्मीद का आगाज़ हुआ, खुदा की मंजूरी अभी बाकी है जहां दुआ का संचार हुआ, नासमझ नहीं हूं पगले बस हमे तुमसे इश्क हुआ, जो वादा किया था किया वह कभी निभाना हुआ।View attachment 278043
क्या बात है, बेहद खूबसूरत और भावनाओं से भरी पंक्तियां! ऐसा लगता है जैसे हर शब्द दिल की गहराई से निकला हो।

ये शेर-ओ-शायरी न सिर्फ गहराई में डूबी है, बल्कि इसमें प्यार, इंतजार और उम्मीद का जो संगम है, वो दिल को छू लेने वाला है। तुम्हारे लिखे अल्फाज़ दर्द, मोहब्बत और आस को इतनी सादगी से बयां करते हैं कि हर कोई इससे जुड़ाव महसूस कर सकता है।

बस इतना कहूंगा, तुम्हारी इस खूबसूरत अभिव्यक्ति ने एक नई उम्मीद जगा दी है। लिखते रहो और अपने जज़्बात यूं ही कागज़ पर उतारते रहो।
 
जो वादा किया वह निभाना हुआ ?
जिंदगी की साजिशो को सुलझाते हुए एक मुलाकात ना हुआ, जुदा हो गए मानो कभी इसका आभास ना हुआ, फिर मिलेंगे कभी बस इसी सोच मैं डूबे हुए है, हमारा और तुम्हारा कभी साथ मैं आगाज़ ना हुआ।

इन टिमटिमाती हुई जुगनूओ से कभी किया बात ना हुआ, ऐसी कौनसी गुफ्तगू थी जो कभी किसी से कहना ना हुआ, वादे तुमने बहुत किए बस कभी निभाना ना हुआ, जमाने ने नहीं रोका बस कभी तुम्हारा आना ना हुआ।

इतनी मुश्किलों के बीच भी मेरा प्यार का खात्मा ना हुआ, कहीं एक चिंगारी लगाई गई बस आग का जलना ना हुआ, सिमटी, टूटी हुई खुशियों का कभी मरहम ना हुआ, ऐसी इश्क ना दे खुदा जिसमें कोई किसी का कभी ना हुआ।

फिर मिलेंगे कभी बस इस उम्मीद का आगाज़ हुआ, खुदा की मंजूरी अभी बाकी है जहां दुआ का संचार हुआ, नासमझ नहीं हूं पगले बस हमे तुमसे इश्क हुआ, जो वादा किया था किया वह कभी निभाना हुआ।View attachment 278043
NICE .. WAISE WADA KYA KARNA HAI?
 
जो वादा किया वह निभाना हुआ ?
जिंदगी की साजिशो को सुलझाते हुए एक मुलाकात ना हुआ, जुदा हो गए मानो कभी इसका आभास ना हुआ, फिर मिलेंगे कभी बस इसी सोच मैं डूबे हुए है, हमारा और तुम्हारा कभी साथ मैं आगाज़ ना हुआ।

इन टिमटिमाती हुई जुगनूओ से कभी किया बात ना हुआ, ऐसी कौनसी गुफ्तगू थी जो कभी किसी से कहना ना हुआ, वादे तुमने बहुत किए बस कभी निभाना ना हुआ, जमाने ने नहीं रोका बस कभी तुम्हारा आना ना हुआ।

इतनी मुश्किलों के बीच भी मेरा प्यार का खात्मा ना हुआ, कहीं एक चिंगारी लगाई गई बस आग का जलना ना हुआ, सिमटी, टूटी हुई खुशियों का कभी मरहम ना हुआ, ऐसी इश्क ना दे खुदा जिसमें कोई किसी का कभी ना हुआ।

फिर मिलेंगे कभी बस इस उम्मीद का आगाज़ हुआ, खुदा की मंजूरी अभी बाकी है जहां दुआ का संचार हुआ, नासमझ नहीं हूं पगले बस हमे तुमसे इश्क हुआ, जो वादा किया था किया वह कभी निभाना हुआ।View attachment 278043
Nice
 
जो वादा किया वह निभाना हुआ ?
जिंदगी की साजिशो को सुलझाते हुए एक मुलाकात ना हुआ, जुदा हो गए मानो कभी इसका आभास ना हुआ, फिर मिलेंगे कभी बस इसी सोच मैं डूबे हुए है, हमारा और तुम्हारा कभी साथ मैं आगाज़ ना हुआ।

इन टिमटिमाती हुई जुगनूओ से कभी किया बात ना हुआ, ऐसी कौनसी गुफ्तगू थी जो कभी किसी से कहना ना हुआ, वादे तुमने बहुत किए बस कभी निभाना ना हुआ, जमाने ने नहीं रोका बस कभी तुम्हारा आना ना हुआ।

इतनी मुश्किलों के बीच भी मेरा प्यार का खात्मा ना हुआ, कहीं एक चिंगारी लगाई गई बस आग का जलना ना हुआ, सिमटी, टूटी हुई खुशियों का कभी मरहम ना हुआ, ऐसी इश्क ना दे खुदा जिसमें कोई किसी का कभी ना हुआ।

फिर मिलेंगे कभी बस इस उम्मीद का आगाज़ हुआ, खुदा की मंजूरी अभी बाकी है जहां दुआ का संचार हुआ, नासमझ नहीं हूं पगले बस हमे तुमसे इश्क हुआ, जो वादा किया था किया वह कभी निभाना हुआ।View attachment 278043
 
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