बाँटें सुख-दुख एक दूसरे के साथ।
एक चाय की प्याली मेरे हाथ में हो,
एक चाय की प्याली तुम्हारे हाथ।
कुछ दुख के लम्हें तुम बाँटना,
कुछ सुख के किस्से में सुनाऊँगी।
मेरे किस्से सुन तुम हँस लेना,
तुम्हारे लम्हों को मैं अपना बनाऊँगी।
ना जाने कितनी बातें करनी है तुमसे,
ना जाने कितने बाँटने है राज।
चाय की हर एक घूँट में आती है तुम्हारी याद ,
अब तो आ जाओ बैठे,
बाँटें सुख-दुख एक दूसरे के साथ ।
एक चाय की प्याली मेरे हाथ में हो,
एक चाय की प्याली तुम्हारे हाथ।
कुछ दुख के लम्हें तुम बाँटना,
कुछ सुख के किस्से में सुनाऊँगी।
मेरे किस्से सुन तुम हँस लेना,
तुम्हारे लम्हों को मैं अपना बनाऊँगी।
ना जाने कितनी बातें करनी है तुमसे,
ना जाने कितने बाँटने है राज।
चाय की हर एक घूँट में आती है तुम्हारी याद ,
अब तो आ जाओ बैठे,
बाँटें सुख-दुख एक दूसरे के साथ ।