खयालों की बारिश में भीगा मैं
सुनहरी रात के कुछ सपने लिए
पलकों को पीछे धुपकाए
किसी नजारे को तकते हुए
चलते हुए , बहलाते हुए , समय को हंसियों का रस्ता समझाते हुए
ख्यालों की बारिश में भीगा मैं
जहां के कोने में एक तरफ ठहरा हुआ
बेहका हुआ
जिंदगानी के अफसानों से
खुद को खुद में छुपाते हुए
गुनगुनाते हुए पेड़ों के पत्तों संग
बदलते हुए मौसमों के रंग में
खुद से खुद के रंगों को बचाते हुए
ख्यालों की बारिश में भीग मैं
सोचते हुए कि ये मिल जाता
तो अच्छा होता
सोचते हुए की सेहर पर कांटे ना होते
तो अच्छा होता
सोचते हुए की कोयल की बोली सा मेरा भी चेहरा होता
तो अच्छा होता
सोचते हुए की काश बादलों में घर होता ️
तो अच्छा होता
सोचते हुए की काश हर हार पर कोई जीत सी मुस्कान देने वाला होता
तो अच्छा होता
सोचते हुए कि काश मैं ही दुनिया का शहंशाह होता
तो कितना अच्छा अच्छा होता
होता है यह सब खयालों में
पर जिंदगानी के अजीब किनारो पर नहीं
तो सायद अगर ख्वाब का भी ख्वाब होता
तो अच्छा होता !!!
So if u believe in One Wish Make it real ;-)
सुनहरी रात के कुछ सपने लिए
पलकों को पीछे धुपकाए
किसी नजारे को तकते हुए
चलते हुए , बहलाते हुए , समय को हंसियों का रस्ता समझाते हुए
ख्यालों की बारिश में भीगा मैं
जहां के कोने में एक तरफ ठहरा हुआ
बेहका हुआ
जिंदगानी के अफसानों से
खुद को खुद में छुपाते हुए
गुनगुनाते हुए पेड़ों के पत्तों संग
बदलते हुए मौसमों के रंग में
खुद से खुद के रंगों को बचाते हुए
ख्यालों की बारिश में भीग मैं
सोचते हुए कि ये मिल जाता
तो अच्छा होता
सोचते हुए की सेहर पर कांटे ना होते
तो अच्छा होता
सोचते हुए की कोयल की बोली सा मेरा भी चेहरा होता
तो अच्छा होता
सोचते हुए की काश बादलों में घर होता ️
तो अच्छा होता
सोचते हुए की काश हर हार पर कोई जीत सी मुस्कान देने वाला होता
तो अच्छा होता
सोचते हुए कि काश मैं ही दुनिया का शहंशाह होता
तो कितना अच्छा अच्छा होता
होता है यह सब खयालों में
पर जिंदगानी के अजीब किनारो पर नहीं
तो सायद अगर ख्वाब का भी ख्वाब होता
तो अच्छा होता !!!
So if u believe in One Wish Make it real ;-)