ha Meri jaanNice shayari![]()
वाह! क्या बात है...हाथों में गुलाब, आँखों में सवाल थे,
लफ्ज़ गुमनाम, दिल में बेहिसाब खयाल थे।वो दूर खड़ा, कुछ कह ना सका,
बारिश में भी दिल का दर्द बह ना सका।
हर पंखुड़ी में थी एक अधूरी दास्तां,
वो बस बैठी रही, इंतजार था एक इकरार का।
भाई तेरे से ही सीखा हूं !वाह! क्या बात है...
Wah bahut khoobहाथों में गुलाब, आँखों में सवाल थे,
लफ्ज़ गुमनाम, दिल में बेहिसाब खयाल थे।वो दूर खड़ा, कुछ कह ना सका,
बारिश में भी दिल का दर्द बह ना सका।
हर पंखुड़ी में थी एक अधूरी दास्तां,
वो बस बैठी रही, इंतजार था एक इकरार का।
Thank you bhai !Wah bahut khoob
मैं तो खुद भी सिख था हूं अभीभाई तेरे से ही सीखा हूं !![]()
Ha bhaiमैं तो खुद भी सिख था हूं अभी
Awesome. But no need to get disappointed.हाथों में गुलाब, आँखों में सवाल थे,
लफ्ज़ गुमनाम, दिल में बेहिसाब खयाल थे।वो दूर खड़ा, कुछ कह ना सका,
बारिश में भी दिल का दर्द बह ना सका।
हर पंखुड़ी में थी एक अधूरी दास्तां,
वो बस बैठी रही, इंतजार था एक इकरार का।